20% कमीशन के आरोपों ने रोका विकास का पहिया
चिरगांव से एक बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। सिम्थरी गांव में विकास कार्य पूरी तरह ठप्प हैं, और इसकी वजह बना है कथित 20% कमीशन का खेल।
ग्राम प्रधान ने सीधे तौर पर ब्लॉक सचिव पूजा समाधिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि सचिव ने कमीशन की मांग पूरी न करने पर गांव के सभी विकास कार्य रोक दिए हैं।
सड़क से लेकर बिजली तक, सब अधर में लटका
जी हाँ, सिम्थरी गांव में सड़क मरम्मत से लेकर बिजली आपूर्ति और अन्य विकास कार्य महीनों से अधर में लटके हैं।
ग्राम प्रधान का कहना है कि वह सरकारी योजनाओं को ईमानदारी और पारदर्शिता से लागू करना चाहते हैं, लेकिन सचिव की कथित अनैतिक मांगों ने पूरा सिस्टम जाम कर रखा है। प्रधान ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी हालत में भ्रष्टाचार के आगे नहीं झुकेंगे, फिर चाहे गांव का काम ही क्यों न ठप्प पड़ जाए।
ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, दी आंदोलन की चेतावनी
ग्रामीणों का कहना है कि उनकी परेशानी अब हद पार कर चुकी है।
सड़कों पर गड्ढे बढ़ते जा रहे हैं, बिजली की सप्लाई बाधित है, और अन्य जरूरी काम रुके हुए हैं।
लोगों ने साफ चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे सड़क पर उतर कर आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे।
प्रशासन मौन, सवाल बड़ा
इस पूरे मामले में अभी तक ब्लॉक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
लेकिन सवाल बड़ा है — क्या सिम्थरी के विकास कार्यों की बली चढ़ेगी, या प्रशासन कमीशनखोरी पर उठाएगा कोई सख्त कदम?
समाप्ति संदेश
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