फैटी लिवर का घरेलू इलाज: कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपाय

Aanchalik Khabre
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फैटी लिवर

परिचय: फैटी लिवर क्या होता है?

फैटी लिवर (Fatty Liver) एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर की कोशिकाओं में वसा (Fat) जमने लगती है। सामान्यतः लिवर में थोड़ा बहुत फैट होता है, लेकिन जब यह मात्रा 5-10% से अधिक हो जाती है, तो यह खतरनाक माना जाता है। यह रोग NAFLD (Non-Alcoholic Fatty Liver Disease) और AFLD (Alcoholic Fatty Liver Disease) दो प्रकार का हो सकता है।


फैटी लिवर होने के प्रमुख कारण

  1. मोटापा (Obesity): शरीर में अत्यधिक वसा लिवर में भी जम जाती है।

  2. मधुमेह (Type 2 Diabetes): ब्लड शुगर असंतुलन लिवर को प्रभावित करता है।

  3. अत्यधिक शराब सेवन: यह AFLD का मुख्य कारण है।

  4. उच्च कोलेस्ट्रॉल या ट्राइग्लिसराइड्स

  5. फास्ट फूड व प्रोसेस्ड फूड का अत्यधिक सेवन

  6. हार्मोनल असंतुलन

  7. कुछ दवाइयाँ: जैसे स्टेरॉइड्स, केमोथैरेपी की दवाइयाँ

  8. शारीरिक गतिविधियों की कमी


फैटी लिवर के लक्षण (Symptoms of Fatty Liver in Hindi)

शुरुआत में इसके लक्षण स्पष्ट नहीं होते, लेकिन जब यह बढ़ता है तो शरीर संकेत देने लगता है:

  • पेट के दाईं ओर भारीपन या दर्द

  • थकान और कमजोरी

  • भूख में कमी

  • वजन कम होना

  • पेट फूलना (Bloating)

  • आँखों और त्वचा का पीलापन (उन्नत अवस्था में)


फैटी लिवर के प्रकार

  1. Simple Fatty Liver (Steatosis) – केवल वसा जमना, बिना सूजन के।

  2. Non-Alcoholic Steatohepatitis (NASH) – वसा के साथ लिवर में सूजन और नुकसान।

  3. Fibrosis – लिवर की कोशिकाओं में घाव।

  4. Cirrhosis – लिवर की संरचना में स्थायी क्षति, जिसमें लिवर फेल होने की आशंका रहती है।


फैटी लिवर का घरेलू इलाज (Fatty Liver Ka Gharelu Ilaj)

1. आंवला (Indian Gooseberry)

  • प्रतिदिन 1 चम्मच आंवला पाउडर या आंवला जूस लें।

  • इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो लिवर को डिटॉक्स करते हैं।

2. अदरक (Ginger)

  • अदरक चाय या अदरक का रस लिवर की सूजन को कम करता है।

  • यह मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है।

3. हल्दी (Turmeric)

  • हल्दी में करक्यूमिन होता है जो लिवर को पुनर्जीवित करने में सहायक है।

  • एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर रोज पिएं।

4. पपीता के बीज

  • सूखे हुए पपीता बीजों को पीसकर पानी के साथ सेवन करें।

  • यह लिवर में जमा फैट को धीरे-धीरे कम करता है।

5. गिलोय

  • यह एक आयुर्वेदिक औषधि है जो लिवर की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।

  • रोज सुबह गिलोय का रस लें।

6. अर्जुन छाल का काढ़ा

  • यह लिवर को मजबूत करता है और फैटी एसिड्स को तोड़ने में मदद करता है।

7. हरी सब्जियाँ और फाइबर युक्त आहार

  • ब्रोकली, पालक, मेथी, और गाजर लिवर को साफ करते हैं।

8. नींबू पानी (Lemon Water)

  • नींबू का रस लिवर को डिटॉक्स करता है और वसा को पचाने में मदद करता है।


फैटी लिवर में क्या न खाएं (Avoid These in Fatty Liver)

  • तले हुए और मसालेदार खाने से परहेज करें

  • शराब और धूम्रपान से पूरी तरह बचें

  • चीनी और मैदा युक्त वस्तुएं

  • कोल्ड ड्रिंक्स और डिब्बाबंद जूस


खाद्य पदार्थ लाभ
हरी सब्जियाँ फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट
ओट्स, जौ, दलिया फैट कम करने में मददगार
फल (पपीता, सेब, बेर) लिवर के लिए फायदेमंद
दालें और अंकुरित चने प्रोटीन स्रोत
हल्दी, अजवाइन सूजन घटाएं

जीवनशैली में बदलाव

  • नियमित व्यायाम करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट पैदल चलें या योग करें।

  • वजन नियंत्रित रखें

  • नींद पूरी लें (7-8 घंटे)

  • तनाव न लें, ध्यान करें


फैटी लिवर की जांच कैसे होती है?

  1. लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT)

  2. अल्ट्रासाउंड

  3. Fibroscan

  4. MRI या CT Scan (प्रगत अवस्था में)


आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से फैटी लिवर

आयुर्वेद में इसे “यकृत विकार” कहा गया है। इसका संबंध मुख्यतः पित्त दोष की असंतुलन से होता है। आयुर्वेदिक औषधियाँ जैसे भृंगराज, पुनर्नवा, कटुकी और चित्रक लिवर के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती हैं।


कब डॉक्टर से संपर्क करें?

  • जब लगातार थकावट हो

  • पीलिया के लक्षण दिखें

  • पेट में सूजन हो

  • वजन तेजी से घटे


निष्कर्ष (Conclusion)

फैटी लिवर एक गंभीर लेकिन ठीक किया जा सकने वाला रोग है, यदि समय रहते घरेलू उपायों, संतुलित आहार और आयुर्वेदिक चिकित्सा को अपनाया जाए। इसकी अनदेखी आगे चलकर लिवर सिरोसिस जैसी खतरनाक बीमारी में बदल सकती है।

इसलिए आज ही से अपने खानपान और जीवनशैली में सुधार लाएं और लिवर को स्वस्थ रखें।

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