Mark Zuckerberg: दृष्टिकोणात्मक (visionary) या नकारात्मक (villain)?

Aanchalik Khabre
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Mark Zuckerberg

Mark Zuckerberg” नाम सुनते ही हमारे सामने दो स्वरूप उभरकर आते हैं: एक जहाँ “Mark Zuckerberg” को एक दूरदर्शी (visionary) तकनीकी नवप्रवर्तक के रूप में देखा जाता है, तो दूसरे में उसे एक विवादास्पद (villain-like) व्यक्तित्व के रूप में चित्रित किया जाता है। इस लेख में, मैं “Mark Zuckerberg” की यात्रा—उपलब्धियों और आलोचनाओं—को गहराई से समझने की कोशिश करूँगा।

दूरदर्शी उद्यमी के रूप में “Mark Zuckerberg”

फेसबुक का निर्माण और वैश्विक प्रभाव

“Mark Zuckerberg” ने २००४ में Facebook की स्थापना कर सोशल नेटवर्किंग की पूरी दुनिया बदल दी। “Mark Zuckerberg” ने छात्रों के लिए शुरू किया, लेकिन इससे बड़ी ग्लोबल कम्यूनिटी का जन्म हुआ—अब अरबों लोग Facebook, Instagram, WhatsApp, Threads जैसे प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करते हैं (Forbes)।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में नवाचार

“Mark Zuckerberg” ने Meta के माध्यम से AI में भारी निवेश किया है। २०२५ में Meta ने AI पर $६५ बिलियन से अधिक खर्च करने की घोषणा की (PC Gamer)। इसके अतिरिक्त, “Mark Zuckerberg” ने Superintelligence Lab लॉन्च किया, जिसमें LLaMA जैसे मॉडल बनाए गए हैं, और वे इसे “personal superintelligence” की दिशा में आगे बढ़ा रहे हैं (PC Gamer)।

खुला स्रोत (ओपन सोर्स) रणनीति

“Mark Zuckerberg” की एक दूरदर्शी पहल यह है कि उन्होंने LLaMA मॉडल को ओपन-सोर्स किया, जिससे दुनिया भर के डेवलपर्स इसे इस्तेमाल और सुधार सकें (indianexpress.com)। इस रणनीति से Meta को ही नहीं, बल्कि AI समुदाय को भी बड़ा लाभ हुआ।

चैरिटी और फिलैंथ्रॉपी

“Mark Zuckerberg” और उनकी पत्नी Priscilla Chan ने Chan Zuckerberg Initiative की स्थापना की, जिसमें उन्होंने अपनी Meta शेयरों का ९९% तक दान करने का वादा किया (Forbes)। उन्होंने Silicon Valley Community Foundation को भी $५०० मिलियन से ज्यादा शेयर दिए (en.wikipedia.org)।

विवादों और आलोचनाओं के रूप में “Mark Zuckerberg”

गोपनीयता उल्लंघन और Cambridge Analytica

“Mark Zuckerberg” का Meta २०१८ के Cambridge Analytica विवाद में फँसा था जहाँ Facebook ने उपयोगकर्ताओं का निजी डेटा बिना अनुमति साझा किया था। इसके चलते “Mark Zuckerberg” और अन्य Meta अधिकारियों पर निवेशकों की तरफ़ से क्लास-एक्शन मुकदमा दायर किया गया, जिसमें $८ बिलियन के दावों का सामना हो रहा है (Forbes, business-standard.com)।

तथ्य-जांच (fact‑checking) नीति में बदलाव

जनवरी २०२५ में “Mark Zuckerberg” ने Meta की तृतीय‑पक्ष fact‑checking प्रणाली समाप्त कर दी और “Community Notes” आधारित प्रणाली लागू कर दी (The Financial Express)। परीक्षण में यह प्रणाली कई महत्वपूर्ण नोट्स को प्रकाशित नहीं कर पाई, जिससे misinformation से लड़ने की क्षमता कमजोर हुई (The Washington Post)।

DEI नीतियों का चुपके से हटना

“Mark Zuckerberg” के नेतृत्व में Meta ने Diversity, Equity & Inclusion (DEI) नीतियों को वापस लिया, जिससे LGBTQ+ समुदाय सहित अल्पसंख्यकों के खिलाफ भाषणों की अनुमति दी जाने लगी (en.wikipedia.org)। इस बदलाव को मानवाधिकार समूहों ने काफी आलोचना की।

राजनीति और रूढ़िवादी झुकाव

“Mark Zuckerberg” ने पूर्व राष्ट्रपति Donald Trump को एक “badass” कहा और Meta में fact‑checking हटाने की नीति के पीछे राजनीतिक दबाव होने की आलोचना भी हुई (Business Insider)। इसके चलते “Mark Zuckerberg” का नया राजनीतिक चेहरा भी लोगों में चर्चा में रहा।

आंतरिक कर्मचारी असंतोष

“Mark Zuckerberg” द्वारा fact‑checking हटाने, DEI समाप्त करने और “masculine energy” बढ़ाने जैसी टिप्पणियों ने Meta के अंदर कर्मचारियों में विरोध उत्पन्न किया। कुछ कर्मचारियों ने इसे कंपनी की मूल संस्कृति से दूर जाना बताया (Reddit, nypost.com)।

वर्तमान में “Mark Zuckerberg”: संतुलन की आवश्यकता

AI में नेतृत्व की दांपत्यता

“Mark Zuckerberg” की AI रणनीति में एक ओर सामर्थ्य है—Superintelligence और Personal AI मॉडल की नीति (Tom’s Hardware, PC Gamer, The Economic Times)। दूसरी ओर, अब यह स्पष्ट है कि Meta ओपन सोर्स से कुछ दूरी बना रहा है, क्योंकि अत्यंत शक्तिशाली मॉडल अब बंद नीति के तहत रखे जाने की संभावना है (Business Insider)।

सफलता बनाम नैतिक जिम्मेदारी

“Mark Zuckerberg” की तकनीकी दूरदर्शिता और महत्वाकांक्षा अविश्वसनीय है, लेकिन Meta की नीतियाँ—जैसे misinformation, डेटा नीति, समुदाय संरक्षण—इनकी नैतिक जिम्मेदारियों से टकराती हैं। इसके चलते “Mark Zuckerberg” का व्यक्तित्व विरोधाभासी नजर आता है।

Visionary और Villain पहलुओं की तुलना

पहलू Visionary (दृष्टिकोणात्मक) Villain (नकारात्मक)
तकनीकी नवाचार AI में भारी निवेश, सुपरइंटेलिजेंस की पहल ओपन सोर्स से हटना, नियंत्रण की भावना
सामाजिक दायित्व Chan Zuckerberg Initiative, इंटरनेट एक्सेस Cambridge Analytica डेटा विवाद, गोपनीयता उल्लंघन
सूचना नियंत्रण Community Notes से पब्लिक सहभागिता misinformation फैलाव, कमजोर moderation
राजनीतिक उपस्थिति प्लेटफॉर्म पर खुली अभिव्यक्ति की वकालत MAGA‑क्रम, कंज़र्वेटिव समर्थन
कंपनी संस्कृति AI समुदाय में लोकप्रियता, संसाधन साझा करना कर्मचारियों का असंतोष, internal dissent

निष्कर्ष: “Mark Zuckerberg” – नायक या खलनायक?

“Mark Zuckerberg” की कहानी किसी एक रूप में सीमित नहीं की जा सकती। वास्तव में, “Mark Zuckerberg” एक जटिल व्यक्तित्व है—जिसे नवप्रवर्तन, साहस और सेल्फ-इम्प्रूवमेंट की राह पर देखा जा सकता है; लेकिन वही “Mark Zuckerberg” गोपनीयता, misinformation और राजनीतिक अनुमोदन की नीचले स्तर की आलोचनाओं से भी बेदख़ल नहीं है।

आज, दुनिया Meta को AI नेतृत्व देने की दिशा में देख रही है, जिसमें “Mark Zuckerberg” के पास अद्वितीय अवसर है। लेकिन साथ ही यह मानना भी जरूरी है कि “Mark Zuckerberg” की नीतियाँ और निर्णय पारदर्शिता, सुरक्षा, और समाज की बहुलता का संरक्षण करें।

इसलिए, जब हम “Mark Zuckerberg” की छवि को देखते हैं, तो हमें यह निर्णय व्यक्तिगत मान्यताओं और मूल्यों पर निर्भर करता है—क्या आप उसे visionary मानते हैं या villain? या फिर दोनों का संयोजन?

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