झांसी, उत्तर प्रदेश – मंगलवार का दिन झांसी के तालपुरा इलाके के लिए एक काली सुबह लेकर आया। जाने-माने वकील और पूर्व ADGC भानू प्रकाश वर्मा की उनके ही घर में हुई संदिग्ध मौत ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है। यह सिर्फ एक मौत का मामला नहीं है, बल्कि एक ऐसा रहस्य है जिसकी हर परत पर एक नया सवाल उठ खड़ा होता है।
क्या यह एक सामान्य मौत है? आत्महत्या? या फिर इसके पीछे एक गहरी साजिश छिपी है?
यह घटना मंगलवार की सुबह की है। भानू प्रकाश वर्मा (65) अपने नवाबाद थाना क्षेत्र के तालपुरा स्थित घर में एक बंद कमरे के अंदर मृत पाए गए। उनके किरायेदार ने जब काफी देर तक कमरे का दरवाजा नहीं खुला, तो उन्हें शक हुआ। बार-बार आवाज लगाने के बावजूद जब कोई जवाब नहीं मिला, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
कमरे के अंदर का चौंकाने वाला दृश्य
पुलिस जब मौके पर पहुंची तो उन्होंने दरवाजा तोड़कर कमरे में प्रवेश किया। जो दृश्य सामने आया, वह दिल दहला देने वाला था। भानू प्रकाश वर्मा का शव कमरे में पड़ा था और उनके पैरों में रस्सी बंधी हुई थी। यह एक ऐसा पहलू है, जिसने इस केस को और भी ज्यादा उलझा दिया है।
भानू प्रकाश वर्मा अपनी मानसिक रूप से अस्वस्थ पत्नी के साथ रहते थे। पुलिस ने उनकी पत्नी को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है।
पुलिस और फॉरेंसिक टीम की जांच
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आला अधिकारियों के साथ-साथ फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया और सभी संभावित सबूतों को इकट्ठा किया। कमरे में बिखरी हुई चीजों को देखकर ऐसा लगता है जैसे कोई खींचतान हुई हो। पुलिस को अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जो इस मामले को और भी ज्यादा संदिग्ध बना रहा है।
झांसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने मीडिया से बात करते हुए बताया, “मृतक की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। कमरा अंदर से बंद था, लेकिन पैरों में रस्सी बंधी होना कई सवाल खड़े करता है। हम किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। फिलहाल हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है।”
क्या कहते हैं चश्मदीद?
स्थानीय लोगों और किरायेदारों ने बताया कि वर्मा एक शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। उनकी मौत से हर कोई हैरान है।
एक किरायेदार ने बताया, “सुबह से ही उनका कमरा बंद था। मैंने कई बार आवाज लगाई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। जब मैंने पुलिस को फोन किया तो वे तुरंत आ गए।”
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी सबकी निगाहें
इस उलझे हुए मामले की गुत्थी सुलझाने में सबसे अहम भूमिका पोस्टमार्टम रिपोर्ट निभाएगी। क्या यह एक दुर्घटनावश हुई मौत थी, या फिर किसी ने उन्हें फांसी पर लटकाकर पैरों में रस्सी बांध दी? या फिर कोई और वजह थी? इन सभी सवालों के जवाब जल्द ही सामने आने की उम्मीद है।
भानू प्रकाश वर्मा की मौत ने न सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे झांसी के वकील वर्ग में भी गहरा सदमा है। अब सबकी नजरें पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे इस रहस्यमयी मौत के पीछे का सच सामने आ सके।
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