कोरांव / सोमवार को कोरांव थाना क्षेत्र स्थित माध्यमिक विद्यालय कुदर में एक अत्यंत सराहनीय और मानवीय पहल के अंतर्गत दिव्यांगजन एवं वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष सहायता वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस पुनीत अवसर पर समाज के ऐसे वर्गों को प्राथमिकता दी गई जो अक्सर उपेक्षित रह जाते हैं – दिव्यांगजन और बुज़ुर्ग। यह कार्यक्रम न केवल आवश्यक उपकरणों के वितरण का माध्यम बना, बल्कि सामाजिक संवेदनशीलता, सहयोग और करुणा का जीवंत उदाहरण भी प्रस्तुत किया।
इस विशेष कार्यक्रम में सैकड़ों जरूरतमंदों को उनके जीवन को सरल और आत्मनिर्भर बनाने के लिए व्हीलचेयर, कमोड युक्त लैटरिंग कुर्सी, सहारा देने वाली छड़ी, कमर का बेल्ट, गले का सपोर्ट बेल्ट, और श्रवण सहायता हेतु कान की मशीनें इत्यादि आवश्यक उपकरण निःशुल्क वितरित किए गए। इन उपकरणों के वितरण से अनेक दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों की आंखों में आभार के आंसू और चेहरों पर आत्मविश्वास एवं संतोष की झलक देखी गई।
कार्यक्रम के सफल संयोजन का श्रेय निवर्तमान महानगर मंत्री एवं शोध छात्र सत्यम सिंह को जाता है, जिन्होंने इस आयोजन को मूर्त रूप देने में अहम् भूमिका निभाई। कार्यक्रम में किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर एवं दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री कौशल्या नंदन गिरी ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर इस आयोजन को गरिमा प्रदान की। वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश श्री नवीन कुमार सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में मंच पर मौजूद रहे और उन्होंने अपने संक्षिप्त संबोधन में समाज के कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति और सहयोग की भावना को सुदृढ़ करने पर बल दिया।
इस अवसर पर प्रो. हरीश सिंह ने मुख्य वक्ता की भूमिका निभाई और अपने उद्बोधन में इस प्रकार के आयोजनों को समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में एक मजबूत कदम बताया। उन्होंने बताया कि दिव्यांगजन और वरिष्ठ नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
कार्यक्रम की गरिमा को बढ़ाने के लिए अनेक गणमान्य जन भी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख थे – समाजसेवी रवि सक्सेना, वरिष्ठ समाजसेवी जीत बहादुर सिंह, चित्रकूट सिंह आदि। इन सभी ने अपने-अपने वक्तव्यों में समाज के प्रत्येक व्यक्ति को ऐसे प्रयासों में भागीदार बनने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम का संचालन अंकित तिवारी ने अत्यंत कुशलता से किया, जबकि व्यवस्था और वितरण कार्य में सज्जन बहादुर सिंह, अभिषेक तिवारी, राजेंद्र सिंह, यासीन अली, अब्दुल समद, मनीष सिंह (कोटेदार) सहित कई अन्य स्वयंसेवकों की भूमिका अत्यंत सराहनीय रही।
इस आयोजन ने न केवल दिव्यांगजन एवं वृद्धों के जीवन में उपयोगिता और राहत प्रदान की, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया कि जब समुदाय एकजुट होकर सेवा और सहयोग के लिए आगे आता है, तब सकारात्मक परिवर्तन अवश्य होते हैं।
कार्यक्रम में उपस्थित दिव्यांगजन और वरिष्ठ नागरिकों ने खुले दिल से अपनी प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि आज उन्हें यह एहसास हुआ कि समाज उन्हें भूला नहीं है। कुछ ने तो भावुक होकर कहा कि यह दिन उनके जीवन का सबसे यादगार दिन बन गया।
इस तरह का आयोजन भविष्य में और भी क्षेत्रों में हो, यही सभी की सामूहिक कामना रही। अंत में यह कार्यक्रम सामाजिक समरसता, सेवा भावना और मानवीय मूल्यों की एक उत्कृष्ट मिसाल बन गया, जो आने वाले समय में और अधिक प्रेरणादायी सिद्ध हो सकता है।
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