दुनिया का सबसे तेज़ साइकिलिस्ट बना ब्रिटेन का मैथ्यू रिचर्डसन, पैरा-साइकिलिस्ट विल ब्जर्गफेल्ट ने रचा नया इतिहास

Aanchalik Khabre
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MR Ca

तुर्की के कोन्या वेलोड्रोम में गुरुवार का दिन ब्रिटिश साइक्लिंग के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ।
ब्रिटिश ट्रैक स्प्रिंटर मैथ्यू रिचर्डसन ने उड़ते 200 मीटर (flying 200m) टाइम ट्रायल में 9 सेकेंड का ‘अभेद्य’ रिकॉर्ड तोड़ते हुए नई विश्व रिकॉर्ड गति दर्ज की। उन्होंने यह दूरी 8.941 सेकेंड में पूरी की, यानी औसतन 80.527 किमी प्रति घंटा की रफ्तार—इतिहास में पहली बार किसी ने 80 किमी/घंटा की रफ्तार पार की।

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ऑस्ट्रेलिया से ब्रिटेन वापसी पर था विवाद

26 वर्षीय रिचर्डसन का सफर सिर्फ ट्रैक पर ही नहीं, खेल राजनीति में भी सुर्खियों में रहा। मेडस्टोन (ब्रिटेन) में जन्मे रिचर्डसन बचपन में ऑस्ट्रेलिया चले गए थे और वहीं से खेलते हुए पेरिस ओलंपिक में 2 रजत और 1 कांस्य पदक जीते। लेकिन पिछले साल उन्होंने चौंकाते हुए ब्रिटेन की ओर से खेलने का फैसला किया।
ऑस्ट्रेलिया की साइक्लिंग संस्था AusCycling ने इस फैसले पर नाराजगी जताई और उन पर आजीवन ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने पर प्रतिबंध लगा दिया।

रिकॉर्ड तोड़ने का सपना पूरा

रिचर्डसन ने कहा—
“मैं यहां सिर्फ एक ही मकसद से आया था—9 सेकेंड का आंकड़ा तोड़ना। और मैंने वो कर दिखाया। यह ट्रैक काफी तेज़ था, कुछ हिस्सों में तो ऐसा लगा जैसे मैं बस बाइक को दिशा दे रहा हूं और वो खुद चल रही है।”

उनका यह रिकॉर्ड डच प्रतिद्वंद्वी हैरी लावरिसेन के 9.088 सेकेंड के पिछले सर्वश्रेष्ठ समय से 0.146 सेकेंड बेहतर है।

पैरा-साइक्लिंग में विल ब्जर्गफेल्ट का कमाल

उसी दिन सुबह ब्रिटिश पैरा-साइक्लिस्ट विल ब्जर्गफेल्ट ने C5 कैटेगरी में UCI आवर रिकॉर्ड तोड़कर नया कीर्तिमान रचा।
46 वर्षीय ब्जर्गफेल्ट ने एक घंटे में 51.471 किमी की दूरी पूरी की, जो पिछले रिकॉर्ड (47.569 किमी) से लगभग 4 किमी अधिक है।

सड़क हादसे से वापसी तक

पूर्व माउंटेन बाइकर ब्जर्गफेल्ट 2015 में एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिसमें उनकी दाहिनी टांग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी—C5 पैरा-साइक्लिंग वर्ग में वापसी की, 2023 में रोड रेस वर्ल्ड चैंपियन बने और 2021 में टूर ऑफ ब्रिटेन में हिस्सा लेने वाले पहले पैरा-साइक्लिस्ट बने।

अपनी सफलता पर उन्होंने कहा

यह सपना सच होने जैसा है। ट्रैक पर यह विश्व रिकॉर्ड तोड़ना और भी खास है क्योंकि मुझे देश, टीम और प्रायोजकों का बेहतरीन समर्थन मिला।”

उन्होंने बताया कि उन्होंने रेस को 5-5 मिनट के ब्लॉक्स में बांटकर चलाया, शुरुआत steady रखी, बीच में गति बढ़ाई और आखिर में पूरी ताकत झोंक दी—और यही रणनीति उन्हें रिकॉर्ड तक ले गई।

अपनी सफलता पर उन्होंने कहा

यह सपना सच होने जैसा है। ट्रैक पर यह विश्व रिकॉर्ड तोड़ना और भी खास है क्योंकि मुझे देश, टीम और प्रायोजकों का बेहतरीन समर्थन मिला।”

उन्होंने बताया कि उन्होंने रेस को 5-5 मिनट के ब्लॉक्स में बांटकर चलाया, शुरुआत steady रखी, बीच में गति बढ़ाई और आखिर में पूरी ताकत झोंक दी—और यही रणनीति उन्हें रिकॉर्ड तक ले गई।

एक दिन, दो सुनहरे अध्याय

कोन्या वेलोड्रोम में एक ही दिन में दो ब्रिटिश साइक्लिस्ट्स ने अपने-अपने वर्ग में इतिहास रच दिया—

मैथ्यू रिचर्डसन: दुनिया के सबसे तेज़ ट्रैक स्प्रिंटर बने

विल ब्जर्गफेल्ट: पैरा-साइक्लिंग में आवर रिकॉर्ड तोड़ा

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