नवादा (बिहार): नवादा जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र से एक दुखद घटना सामने आई है, जिसमें स्थानीय लोगों ने एक दंपती को डायन बताकर मॉब लिंचिंग का शिकार बनाया। इस हमले में पति की मौत हो गई, जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल है और इलाजाधीन है।
स्थानीय पुलिस और जानकारी के अनुसार, घटना मुसहरी टोला के मोहन मांझी के घर में छठी कार्यक्रम के दौरान हुई। बार-बार साउंड बंद होने से आक्रोशित मोहन मांझी और अन्य लोगों ने दंपती पर डायन होने का आरोप लगाया और उन पर क्रूरता से हमला किया। 70 वर्षीय दंपती के साथ मारपीट में उनके सिर मुंडवाए गए, चूना लगाया गया, पेशाब पिलाया गया और जूते-चप्पलों की माला पहनाकर पूरे मुहल्ले में घुमाया गया।
सुबह के समय मृत पति के साथ पत्नी को जिंदा जलाने की भी कोशिश की जा रही थी। इस बीच पुलिस को सूचना मिली और मौके पर पहुंची। हालांकि, पति की जान नहीं बचाई जा सकी। पत्नी को गंभीर हालत में हिसुआ सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नवादा एसपी अभिनव धीमान ने बताया कि अब तक कुल 17 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें 9 पुरुष और 7 महिलाएं शामिल हैं। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए गांव में विशेष पुलिस तैनात की गई है।
एसपी ने कहा कि प्रारंभिक कारण डायन के आरोपों से उत्पन्न हुआ, लेकिन मामले की जांच जारी है। एफएसएल की टीम भी घटनास्थल पर मौजूद है और सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है।
यह घटना बिहार में अंधविश्वास और मॉब लिंचिंग की लगातार बढ़ती घटनाओं की गंभीर चेतावनी के रूप में देखी जा रही है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस इस तरह की घटनाओं पर सख्त नजर रख रहे हैं

