मुख्यमंत्री समृद्ध पंचायतराज अभियान: ठाणे में जिला कार्यशाला ने ग्रामीण विकास के नए आयाम स्थापित किए

Aanchalik Khabre
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Samruddha Panchayatraj Campaign Thane

आफताब शेख

ठाणे। मुख्यमंत्री समृद्ध पंचायतराज अभियान के तहत ठाणे जिला परिषद द्वारा एक महत्वपूर्ण जिलास्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम 3 सितंबर को बी. जे. हाईस्कूल सभागार, टेंभी नाका में संपन्न हुआ, जिसमें जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों, पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

ग्रामीण विकास में नवाचार और जनभागीदारी पर विशेष बल

कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पंचायती राज संस्थाओं को सशक्त बनाना और ग्रामीण विकास में नवाचारी दृष्टिकोण अपनाना था। इस दौरान ग्राम पंचायतों को पीएम आवास योजना, जल संरक्षण और राजस्व संबंधी कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, मनरेगा के अंतर्गत विभिन्न परियोजनाओं जैसे घरकुल, पशु चिकित्सा केंद्र, सार्वजनिक संपत्तियों के रखरखाव और महिला स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई।

जिला प्रशासन का आह्वान: सक्रिय भागीदारी और नवाचार

जिलाधिकारी डॉ. श्रीकृष्ण पांचाल ने सभी ग्राम पंचायतों से अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास की सफलता जनसहभागिता और नवाचार पर निर्भर करती है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहन घुगे ने जोर देकर कहा कि ग्राम पंचायतों को स्वनिधि, जलसमृद्धि, घरकुल और जीविकोपार्जन जैसी योजनाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए।

महत्वपूर्ण विषयों पर हुई गहन चर्चा

कार्यशाला में कई महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई, जिनमें शामिल हैं:

  1. सुशासनयुक्त पंचायतें और संस्थागत सशक्तिकरण
  2. जलसंरक्षण और स्वच्छ-हरित गांवों का विकास
  3. मनरेगा और अन्य योजनाओं का प्रभावी समन्वय
  4. महिला स्वयं सहायता समूहों और कमजोर वर्गों के लिए ठोस उपाय
  5. नवाचारी परियोजनाएं जैसे सौरदिवे और ई-लाइब्रेरी

स्थानीय नेताओं ने व्यक्त किए विचार

काल्हे की सरपंच आश्लेषा पंकज तरे ने कहा कि उनका प्रयास है कि अधिक से अधिक ग्राम पंचायतें इस अभियान का लाभ उठाकर सफलता प्राप्त करें। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर जनभागीदारी और पारदर्शिता ग्रामीण विकास की कुंजी है।

कार्यशाला में उपस्थित रहे प्रमुख व्यक्ति

इस कार्यक्रम में प्रकल्प संचालक छायादेवी शिसोदे, जिला नियोजन अधिकारी वैभव कुलकर्णी, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविनाश फडतरे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गंगाधर परगे सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। कार्यशाला का मार्गदर्शन विस्तार अधिकारी (सेवानिवृत्त) विक्रम चव्हाण और विस्तार अधिकारी इंद्रजीत काळे द्वारा किया गया।

यह कार्यशाला ग्रामीण विकास के नए अध्याय की शुरुआत साबित हुई। मुख्यमंत्री समृद्ध पंचायतराज अभियान के तहत आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल ग्राम पंचायतों को सशक्त बनाने का मार्ग प्रशस्त किया, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में समृद्धि और विकास के नए अवसर भी उत्पन्न किए। इस तरह के आयोजन ग्रामीण भारत के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

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