रायबरेली (नसीराबाद)। गणेश चतुर्थी के पावन पर्व के समापन पर शनिवार, 6 सितंबर को नसीराबाद नगर पंचायत क्षेत्र में भक्ति और उल्लास के साथ भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। पूरे नगर में “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” के जयकारों से आसमान गूंज उठा।
श्रद्धा और उत्साह से सजी विसर्जन यात्रा
मौर्य नगर और शिवनगर स्थित शिव मंदिर के पास सजे पंडालों से रथों पर सवार भगवान गणेश की अलंकृत प्रतिमाएं गाजे-बाजे के साथ विसर्जन के लिए प्रस्थान करीं। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने नाचते-गाते हुए अबीर-गुलाल उड़ाते हुए इस यात्रा में भाग लिया। मार्ग में खड़े भक्तों ने पुष्पवर्षा कर देवता का स्वागत किया।
यात्रा मार्ग और संचालन
विसर्जन यात्रा ने मौर्य नगर से प्रारंभ कर डेला मोहल्ला, गुड़ खेत, पोस्ट ऑफिस, अकेलवा तिराहा और थाना परिसर स्थित शिव मंदिर से होते हुए नगर पंचायत के मऊ तिराहा तक की यात्रा की, जहाँ से प्रतिमाएं प्रसिद्ध गोकर्ण घाट पर विसर्जन के लिए रवाना हुईं। इस आयोजन का संचालन श्री पवन कुमार श्रीवास्तव, श्री सुरेश चौरसिया, श्री अरविंद कुमार मौर्य सहित स्थानीय नेताओं के द्वारा किया गया।
समुदाय की सक्रिय भागीदारी
इस पवित्र यात्रा में सभासद श्री मुनि गौड़, श्री दीपक मौर्य, श्री आनंद आर्य, श्री कौशल किशोर सहित सैकड़ों पुरुष एवं महिला भक्तों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस आयोजन ने नसीराबाद के सामुदायिक सद्भाव और धार्मिक एकता का एक जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया।
धार्मिक उत्सव का सामाजिक महत्व
गणेश विसर्जन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह सामुदायिक एकता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी है। ऐसे आयोजन सामाजिक संबंधों को मजबूत करने और युवा पीढ़ी को सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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