कानपुर: पत्नी और प्रेमी ने मिलकर रची हत्या की साजिश, आंगन में दफनाया पति का शव

Aanchalik Khabre
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Murder

कानपुर, 8 सितंबर 2025

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी और सबूत छिपाने के लिए शव को घर के पिछवाड़े दफना दिया। करीब दस महीने तक यह राज दबा रहा, लेकिन पुलिस की जांच ने इस खौफनाक साजिश से पर्दा उठा दिया।


गुमशुदगी से शुरू हुई जांच

शिवबीर सिंह नामक व्यक्ति 1 नवंबर 2024 से रहस्यमय ढंग से लापता था। पत्नी लक्ष्मी ने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को बताया था कि उनका पति काम के सिलसिले में गुजरात चला गया है। लेकिन जब लंबे समय तक शिवबीर का कोई अता-पता नहीं चला, तो परिवार ने अगस्त 2025 में थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।


पुलिस को कैसे मिला सुराग?

पुलिस ने जब कॉल रिकॉर्ड्स और आसपास की जानकारी जुटाई तो एक चौंकाने वाला सच सामने आया। लक्ष्मी का अपने भांजे अमित सिंह के साथ अवैध संबंध था और दोनों लगातार संपर्क में थे। शक गहराने पर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। सख्ती के बाद उन्होंने हत्या की बात कबूल कर ली।


हत्या की साजिश और खौफनाक अंजाम

  • लक्ष्मी ने पति को नशीली दवा मिली चाय पिलाई, जिससे वह बेहोश हो गया।

  • इसके बाद अमित ने कुदाल से वार कर उसकी जान ले ली।

  • शव को छिपाने के लिए दोनों ने मिलकर घर के आंगन में गड्ढा खोदा और लाश को दफना दिया।

  • ऊपर से नमक डाल दिया ताकि शव जल्दी सड़-गल जाए और कोई सबूत न बचे।


10 महीने बाद मिला कंकाल

लगातार जांच के बाद पुलिस ने घर के पीछे खुदाई कराई। इसमें एक कंकाल बरामद हुआ, जिसके पास से बनियान और लॉकेट भी मिले। इन्हीं वस्तुओं के आधार पर मृतक की पहचान हुई। जांच पूरी होने पर पुलिस ने लक्ष्मी और अमित को गिरफ्तार कर लिया है।


पड़ोसियों और परिवार का बयान

पड़ोसियों का कहना है कि शिवबीर शराब पीने का आदी था और अक्सर पत्नी से झगड़ा करता था। कई बार घरेलू कलह की वजह से घर में तनाव रहता था। हालांकि, किसी ने यह नहीं सोचा था कि बात हत्या तक पहुंच जाएगी।


क्यों महत्वपूर्ण है यह मामला?

यह घटना दिखाती है कि घरेलू विवाद किस हद तक बढ़ सकते हैं। रिश्तों में दरार और गुप्त संबंध कभी-कभी इतने खतरनाक रूप ले लेते हैं कि लोग खून-खराबे तक पहुंच जाते हैं। कानपुर की यह वारदात समाज के लिए चेतावनी है कि परिवारिक मतभेदों को समय रहते सुलझाना बेहद जरूरी है।

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