वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर सर्वोच्च न्यायालय के आसन्न निर्णय को देखते हुए नसीराबाद थाना क्षेत्र में पूरा प्रशासन सतर्कता मोड में रहा। केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित इस विधेयक के विरोध में कई मुस्लिम संगठनों द्वारा दायर याचिका पर सोमवार को निर्णय सुनाया जाना था, जिसके मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी की थी।
सुरक्षा व्यवस्था के प्रमुख उपाय:
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पुलिस क्षेत्राधिकारी सलोन और थाना प्रभारी निरीक्षक बालेंदु गौतम ने स्वयं नेतृत्व संभाला
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नसीराबाद नगर पंचायत और संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष गश्ती दल तैनात किए गए
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जनपद मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई
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क्षेत्र के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की सतर्क निगरानी बनाए रखी गई
बहु-स्तरीय सुरक्षा तंत्र:
स्थानीय थाने के उप निरीक्षकों, मुख्य आरक्षियों और आरक्षियों के अलावा जनपद स्तर के अतिरिक्त बलों ने संयुक्त रूप से काम किया। इस समन्वित सुरक्षा व्यवस्था का उद्देश्य किसी भी अप्रिय घटना को रोकना और सामुदायिक सद्भाव बनाए रखना था।
शांतिपूर्ण स्थिति बनी रही:
रिपोर्टिंग समय तक, पूरे थाना क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बनी रही और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं मिली। प्रशासन की इस पूर्वानुमानित तैयारी और सक्रिय निगरानी ने संभावित उपद्रवों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
यह घटना प्रशासन की पूर्व-योजनाबद्ध तैयारी और सामुदायिक सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करती है, जहाँ संवेदनशील मामलों में शांति बनाए रखने के लिए समन्वित प्रयास किए गए।
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