ठाणे के घोड़बंदर रोड पर लगातार बढ़ते ट्रैफिक जाम से परेशान स्थानीय निवासियों को अब राहत मिलने की उम्मीद है। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार देर रात संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर सख्त दिशा-निर्देश दिए।
शिंदे ने आदेश दिया कि घोड़बंदर रोड पर भारी वाहनों का आवागमन रात 12 बजे के बाद ही किया जाए। इस आदेश का उल्लंघन करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई।
प्रशासनिक समन्वय पर जोर
उपमुख्यमंत्री ने ठाणे जिला कलेक्टर डॉ. श्रीकृष्ण पांचाल को इस व्यवस्था के निगरानी और समन्वय की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने ठाणे नगर निगम, नवी मुंबई पुलिस, पालघर जिला प्रशासन, मीरा-भयंदर पुलिस व नगर निगम तथा जेएनपीटी सहित सभी संबंधित एजेंसियों को एकजुट होकर ठोस योजना तैयार करने के निर्देश दिए। आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए भी कहा गया।
भारी वाहनों पर सख्ती
शिंदे ने जेएनपीटी के मुख्य प्रबंध निदेशक उन्मेष वाघ को निर्देश दिया कि जेएनपीटी से निकलने वाले भारी वाहन भी रात 12 बजे के बाद ही घोड़बंदर रोड पर आएं। नवी मुंबई यातायात पुलिस उपायुक्त काकड़े को भी ठोस कार्ययोजना तैयार करने के आदेश दिए गए।
साथ ही मीरा-भयंदर पुलिस आयुक्त निकित कौशिक, नगर आयुक्त राधाबिनोद शर्मा, पालघर जिला कलेक्टर इंदुरानी जाखड़ और जिला पुलिस अधीक्षक देशमुख को अहमदाबाद से घोड़बंदर रोड पर आने वाले भारी वाहनों पर इसी नियम को लागू करने के निर्देश दिए।
नई पार्किंग व्यवस्था की तैयारी
शिंदे ने अच्छाद और चिंचोटी क्षेत्रों में भारी वाहनों के लिए विशेष पार्किंग व्यवस्था और व्यापक योजना बनाने को भी कहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि समय-सीमा का पालन न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में ठाणे नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त संदीप मालवी, यातायात पुलिस उपायुक्त पंकज शिरसाट, पुलिस उपायुक्त प्रशांत कदम, न्यायाधीश पंकज सिन्हा, गिरीश पाटिल और एडवोकेट राधिका राणे भी मौजूद रहे।
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