बिहार चुनाव 2025: प्रशांत किशोर ने सम्राट चौधरी की शैक्षिक योग्यता और अतीत पर उठाए सवाल

Aanchalik Khabre
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बिहार चुनाव 2025

उपमुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप, जनता के सामने रखी पुरानी फाइल

पटना।
बिहार में चुनावी माहौल तेज होते ही नेताओं के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप भी बढ़ते जा रहे हैं। जनसुराज पार्टी के संस्थापक और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को पटना में आयोजित प्रेस वार्ता में बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की शैक्षिक योग्यता और पुराने आपराधिक मामलों पर कई गंभीर सवाल खड़े किए।


सम्राट चौधरी की डिग्री पर सवाल

प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया कि सम्राट चौधरी ने अपनी शिक्षा को लेकर भ्रम फैलाया है। उनका कहना है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने स्वयं सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर बताया था कि सम्राट चौधरी (तत्कालीन नाम सम्राट कुमार मौर्य) मैट्रिक परीक्षा में असफल हुए थे। इसके बावजूद उन्होंने बाद में कामराज यूनिवर्सिटी से स्नातक और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से डी.लिट. की उपाधि प्राप्त करने का दावा किया।

प्रशांत किशोर ने तंज कसा कि “जो व्यक्ति मैट्रिक भी पास नहीं कर पाया, वह डी.लिट. जैसी उच्च डिग्री का दावा कैसे कर सकता है?” उन्होंने कहा कि 2010 के हलफनामे में स्वयं सम्राट चौधरी ने अपनी शिक्षा ‘सातवीं पास’ बताई थी।


पुराने आपराधिक मामले भी उठाए

प्रशांत किशोर ने दावा किया कि सम्राट चौधरी के अतीत में गंभीर आपराधिक आरोप भी हैं। उन्होंने कहा कि 1998 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह समेत छह लोगों की हत्या के मामले में सम्राट चौधरी जेल गए थे और बाद में नाबालिग होने के आधार पर बाहर आए। पीके ने कहा, “बिहार के उपमुख्यमंत्री पर हत्या और उम्र घोटाले जैसे गंभीर आरोप लगे हैं, लेकिन वे हर बार इसे ‘पुराना मामला’ कहकर टालते रहे हैं।”


‘जनता तय करेगी भविष्य’

प्रशांत किशोर ने कहा कि अब सम्राट चौधरी के “चाल, चरित्र और चेहरे” का सच सामने आ चुका है। जनता को यह जानने का अधिकार है कि उनके उपमुख्यमंत्री की असली शैक्षिक योग्यता क्या है और अतीत में लगे आरोपों पर उन्होंने क्या सफाई दी है। उन्होंने कहा, “बिहार के मतदाता ही अब तय करेंगे कि ऐसे नेताओं का भविष्य क्या होगा।”


चुनावी संदेश

बिहार चुनाव 2025 के मद्देनज़र यह आरोप राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर रहे हैं। प्रशांत किशोर ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी पारदर्शिता, शिक्षा और नैतिक राजनीति के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे नेता चुनते समय उनके अतीत और उपलब्धियों की पूरी जानकारी रखें।

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