Azam Khan News Live के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की 23 महीने बाद रिहाई के ऐन मौके पर जुर्माना राशि का पेंच फंस गया। मंगलवार सुबह सीतापुर जेल से उनकी रिहाई तय थी, लेकिन एक मामले में 3,000 रुपये का जुर्माना न भरने की वजह से प्रक्रिया अटक गई। इसके बावजूद जेल के बाहर उनके समर्थक भारी संख्या में जमा रहे और रिहाई को लेकर उम्मीदें जताते रहे।
जुर्माना राशि के कारण रिहाई में देरी
सीतापुर कोर्ट सुबह 10 बजे खुलने के बाद जुर्माना राशि जमा की गई। कोर्ट से पर्ची जारी होते ही सीतापुर जेल प्रशासन को मेल भेजा गया, जिससे आजम खान की रिहाई का रास्ता साफ हुआ। बताया जा रहा है कि 3-3 हजार रुपये के दो जुर्माने कोर्ट में जमा किए गए हैं। अब जेल प्रशासन औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आजम खान को रिहा करेगा।
समर्थकों की भीड़ और राजनीतिक अटकलें
सीतापुर जेल के बाहर समर्थकों की भीड़ इस बात का संकेत है कि आजम खान के राजनीतिक भविष्य को लेकर उत्सुकता बनी हुई है। मुरादाबाद से सपा सांसद रुचि वीरा भी उनसे मिलने जेल पहुंचीं। उन्होंने कहा कि आजम खान जैसे बड़े नेता को किसी भी पार्टी में शामिल करने की इच्छा रहती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आजम खान की अगली रणनीति जेल से बाहर आने के बाद तय होगी।
राजनीतिक संकेत और संभावनाएं
रुचि वीरा ने BSP में शामिल होने की अटकलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने अदालत को जमानत मिलने पर धन्यवाद भी दिया। वहीं, अखिलेश यादव और शिवपाल यादव पहले ही उनसे मुलाकात कर चुके हैं, जिससे समाजवादी पार्टी में आजम खान की स्थिति और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
Also Read This-बलराम ठाकुर समर्थन नारे: गाजियाबाद मुठभेड़ के बाद बुलंदशहर में उग्र माहौल