मेडिकल कॉलेज में भर्ती बच्चों से संवाद कर हर संभव मदद का दिया आश्वासन
विदिशा // जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए कार्बाइड गन से प्रभावित बच्चों की देखभाल के लिए मौके पर निरीक्षण किया। कलेक्टर अंशुल गुप्ता और पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचे, जहाँ उन्होंने इलाजरत बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की।
इलाज व्यवस्था का लिया जायजा
कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मनीष निगम से इलाज से जुड़ी तमाम व्यवस्थाओं की जानकारी ली और निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार की चिकित्सा सुविधा में बाधा न आए। उन्होंने कहा कि “बच्चों की आंखों के इलाज के लिए आवश्यक सभी संसाधन तत्काल उपलब्ध कराए जाएँ।”
परिजनों को दिया भरोसा
कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने बच्चों के परिजनों से संवाद करते हुए भरोसा दिलाया कि प्रशासन हर संभव मदद करेगा। उन्होंने मेडिकल स्टाफ को निर्देश दिए कि इलाज के दौरान न तो बच्चों को और न ही उनके परिजनों को किसी प्रकार की असुविधा हो।
स्वास्थ्य विभाग को दिए विशेष निर्देश
कलेक्टर ने मौके पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इलाज के दौरान बच्चों की सेहत की निरंतर निगरानी की जाए। साथ ही, कार्बाइड गन जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए भी सतर्कता बरती जाए।
मरीजों की सुरक्षा और राहत सर्वोपरि
प्रशासन ने कहा कि प्रभावित बच्चों का पूर्ण स्वस्थ होना प्राथमिकता है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन को हर संभव सहयोग प्रदान किया जा रहा है ताकि इलाज में कोई बाधा न आए।
Also Read This- महेंद्र सौराष्ट्रीय को अखिल भारतीय राष्ट्रीय बलाई महासभा का जिला मीडिया प्रभारी बनाया गया

