अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर 42 महिलाओं का हुआ भव्य सम्मान समारोह
अयोध्या में आयोजित हुआ महिला सशक्तिकरण का ऐतिहासिक आयोजन
हमारे समय की चुनौतियां और स्त्री विमर्श” विषय पर विशेष गोष्ठी
समाज में बदलाव की मिसाल बनीं 42 सम्मानित महिलाएं
विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली महिलाओं को किया गया सम्मानित
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए विचार साझा किए गए
“महिलाओं की वास्तविक स्वतंत्रता शिक्षा और आत्मनिर्भरता में है” – डॉ. बुशरा खातून
अंतरिक्ष से सेना तक, हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी
अयोध्या। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शहीद भगत सिंह स्मृति ट्रस्ट द्वारा एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका विषय था “हमारे समय की चुनौतियां और स्त्री विमर्श”। इस भव्य आयोजन की अध्यक्षता ट्रस्ट की सचिव साधना सिंह ने की, जबकि कार्यक्रम का कुशल संचालन मुजम्मिल फिदा ने किया। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली 42 महिलाओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने समाज में अपनी अलग पहचान बनाई है और महिला सशक्तिकरण का सशक्त उदाहरण प्रस्तुत किया है।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनीं 42 महिलाएं
इस विशेष आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में हिंदी और अंग्रेजी की प्रसिद्ध कवयित्री पूनम सूद चावला मौजूद रहीं, जिन्होंने महिलाओं की साहित्य और सामाजिक क्षेत्रों में बढ़ती भागीदारी पर विचार साझा किए। साथ ही, विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. बुशरा खातून, डॉ. विनीता कुशवाहा, डॉ. पूनम यादव, ऊष्मा वर्मा और डॉ. विशाल श्रीवास्तव उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में सत्यभान सिंह ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि महिलाओं के संघर्ष, उपलब्धियों और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का महत्वपूर्ण अवसर है। यह दिन समाज में महिलाओं के सम्मान, समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने का एक संकल्प भी है।
महिलाओं ने हर क्षेत्र में अपनी जगह बनाई
गोष्ठी में वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी क्षमता को सिद्ध कर रही हैं। अंतरिक्ष से लेकर सेना तक, व्यापार से लेकर राजनीति तक, हर क्षेत्र में महिलाएं अपना परचम लहरा रही हैं।
– महिलाएं अब अंतरिक्ष में भी कदम रख चुकी हैं, जहां उन्होंने विज्ञान और अनुसंधान में अहम योगदान दिया है।
– भारतीय सेनाओं में महिलाएं न केवल अपनी शक्ति दिखा रही हैं, बल्कि नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिकाएं भी निभा रही हैं।
– बड़े-बड़े बिजनेस और स्टार्टअप चला रही हैं, जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं और समाज को नए आयाम दे रही हैं।
– सामाजिक बदलाव की अग्रदूत बनकर महिलाओं ने समाज में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराई है।
महिला अधिकारों और समानता की लड़ाई अभी जारी
कार्यक्रम में चर्चा के दौरान यह भी स्वीकार किया गया कि हालांकि महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं, लेकिन उन्हें अभी भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। लैंगिक असमानता, कार्यस्थल पर भेदभाव, घरेलू हिंसा और समाज में गहरी जड़ें जमाए हुए रूढ़िवादी विचार महिलाओं की तरक्की के मार्ग में बाधक बने हुए हैं।
डॉ. बुशरा खातून ने कहा कि “महिलाओं की वास्तविक स्वतंत्रता तब होगी जब उन्हें बिना किसी डर और भेदभाव के अपने फैसले लेने की आज़ादी मिलेगी।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा और आत्मनिर्भरता ही महिलाओं की असली ताकत है।
महिला दिवस: एक संकल्प, एक जागरूकता अभियान
कार्यक्रम के समापन पर वक्ताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं, बल्कि यह एक आंदोलन है, जो महिलाओं के अधिकारों, उनके सम्मान और समानता की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा देता है।
इस मौके पर उपस्थित महिलाओं ने भी अपने विचार साझा किए और बताया कि वे कैसे अपने-अपने क्षेत्र में समाज को बदलने का प्रयास कर रही हैं। कई महिलाओं ने अपनी सफलता की कहानियां साझा कीं, जिससे वहां मौजूद युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिली।
सम्मानित महिलाओं को दिया गया विशेष पुरस्कार
कार्यक्रम में उन 42 महिलाओं को विशेष सम्मान से नवाजा गया, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान दिया है। उन्हें प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सम्मान प्राप्त करने वाली महिलाओं ने अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि यह सम्मान उन्हें आगे और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा।
समापन: सशक्त नारी, समृद्ध समाज
कार्यक्रम के अंत में साधना सिंह ने सभी उपस्थित अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि “महिलाओं के बिना समाज अधूरा है, और जब महिलाएं सशक्त होंगी, तभी समाज वास्तव में प्रगति करेगा।”
इस भव्य आयोजन में अयोध्या और आसपास के विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को सराहा और महिला सशक्तिकरण के इस पहल की सराहना की।