झुंझुनू।श्री जगदीश प्रसाद झाबरमल टीबडेवाल विश्वविद्यालय में फार्मेसी विभाग द्वारा राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया जिसका विषय रिसेन्ट इनोवेशन एण्ड एडवांसेस इन एंटी डाईबटिक थिरैपी रखा गया।यह कार्यक्रम जेजेटी के प्रेसिडेन्ट बी.के. टीबडेवाला की अध्यक्षता में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. रविन्द्रपाल सिंह प्राचार्य निम्स फार्मेसी संस्थान विश्वविद्यालय जयपुर थे।सिंह ने उपने उद्बोधन में तथ्यों ओर आंकडों को विस्तार से बताते हुए मधुमेह के बारे में बताया।उन्होंने वयस्क ओर शिशुओं में मृत्युदर पर भी प्रकार डाला।उन्होंने मधुमेह चिकित्सा क्षेत्र का इतिहास भी बताया।इसके अलावा मधुमेह के उपचार में हुये अविष्कारों का वर्णन किया।सेमिनार के विशिष्ट अतिथि डॉ. नरेन्द्र सिंह नैयोला प्रिसिंपल आर.जे. वर्ल्ड कॉलेज ऑफ फार्मेसी सूरजगढ़ थे,जिन्होंने वास्तविक जीवन के उदाहरणों को देते हुए मधुमेह के विषय मे बताया ताकि एक आम व्यक्ति भी मधुमेह की जटिलताओं को साधारण भाषा में समझ सके।उन्होंने मधुमेह के कारण व उनसे उत्पन्न होने वाली बिमारियों के बारे में जानकारी दी।जेजेटी के फार्मेसी विभाग के प्रभारी व सेमिनार संयोजक डॉ. राकेश जाट ने सभी का आभार व्यक्त किया ओर मधुमेह की मूल बातें ओर दवाइयों के बारे में जानकारी दी।कार्यक्रम का संचालन मनीष गुंजन ने किया।धन्यवाद ज्ञापन डॉ.शशी मोरोलिया ने किया।इस अवसर पर सह संयोजक डॉ.विजय वालिया,डॉ.सन्बी,अंकित सिंह,मौबिन अली,जगदीप,प्रदीप सहित देशभर से आये शोधार्थी मौजूद थे।