अमेठी में विकास का रिपोर्ट कार्ड: प्रभारी मंत्री का एकदिवसीय जमीनी निरीक्षण

Aanchalik Khabre
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Amethi

उत्तर प्रदेश सरकार के खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री एवं अमेठी प्रभारी मंत्री सतीश चंद्र शर्मा ने 5 अगस्त 2025 को जनपद में एक गहन निरीक्षण और संवादात्मक दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों, योजनाओं और जनता से सीधा संवाद करते हुए जिले की विकास गतिविधियों का जायजा लिया

सुबह की शुरुआत: स्वागत और समीक्षा बैठक

सुबह 10:00 बजे, मंत्री गौरीगंज में लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह पर पहुंचे, जहाँ उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया गया। इसके बाद 10:30 बजे विकास भवन, गौरीगंज में उन्होंने सीएम डैशबोर्ड समीक्षा बैठक में हिस्सा लिया। इस बैठक में अधिकारियों के साथ जिले की प्रगति, राजस्व व्यवस्था एवं योजनाओं के निष्पादन की जमीनी स्थिति पर चर्चा हुई और दिशा‑निर्देश दिए गए

स्वास्थ्य सेवाओं का दौरा: अस्पताल और रक्तदान शिविर

बैठक के बाद दोपहर 12:05 बजे, मंत्री अमेठी जिला अस्पताल पहुंचे। यहाँ उन्होंने रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया और टीबी रोगियों को पोषण किट वितरित की। एमएनसीयू वार्ड का खुद निरीक्षण करते हुए उन्होंने भर्ती मरीजों से मुलाकात की और उन्हें फल वितरित कर मानवीय पहल का उदाहरण पेश किया

बच्चों और महिला शिक्षा संस्थानों की समीक्षा

इसके बाद 12:30 बजे, मंत्री ने कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय और मुख्यमंत्री अभ्युदय संस्थान (Abhyuday Kendra)का निरीक्षण किया। उन्होंने वहाँ व्यवस्था, छात्रों की सुविधाओं और शिक्षकीय व्यवस्थाओं का जायजा लिया और wardens को टैबलेट वितरण किया। इस मौके पर उन्होंने शिक्षा विभाग की प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया,smart‑class व निपुण विद्यालयों को सम्मानित किया गया

ग्रामीण और पशु कल्याण की तस्वीर

दोपहर 1:30 बजे, मंत्री गाँव में स्थित गोशाला (कान्हा गौशाला) का निरीक्षण करने पहुँचे। उन्होंने गायों की देख‑रेख, स्वच्छता और व्यवस्थाओं की समीक्षा की। ग्रामीणों से बातचीत के दौरान उन्होंने सुधारात्मक निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने वृद्धाश्रम का भी दौरा किया और वृद्धजनों से संवाद कर उनकी समस्याएँ सुनीं

समाज कल्याण और अभ्युदय केंद्र का अवलोकन

गौशाला के पश्चात् प्रभारी मंत्री ने समाज कल्याण विभाग के अभ्युदय केंद्र और कस्तूरबा गांधी विद्यालय का व्यापक निरीक्षण किया। उन्होंने वहाँ की छात्र‑संख्या, सुविधाएँ, और योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की, साथ ही छात्रों संग खुले संवाद का भी आयोजन किया

निष्कर्षवाणी: योजनाओं का आत्मा‑अनुभव

मंत्री शर्मा ने न केवल कागज़ी रिपोर्टें देखी, बल्कि ज़मीनी स्तर पर जाकर वास्तविक कार्य व्यवस्था और जनता की स्थिति का अनुभव लिया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि योजनाओं की गति, गुणवत्ता तथा निष्पादन में सुधार हो। ऐसे दृष्टांत दिखाते हैं कि सरकार जनहित के प्रति सजग है और प्रशासनिक लोकतंत्र में पारदर्शिता लाने की कोशिश कर रही है

जन‑विश्वास की मिसाल: जनता से संवाद

सभी कार्यक्रमों में मंत्री ने सार्वजनिक मंच से सीधे जनता की बात सुनी। चाहे अस्पताल में मरीज हों, विद्यालयों में छात्राएं दें, वृद्धाश्रम के निवासियों की आवाज़ हों या ग्रामीणों की अपेक्षाएँ—उन्होंने हर स्तर पर संवाद किया। इससे जिला प्रशासन पर जनता का विश्वास और योजनाओं की क्रियान्वयन की विश्वसनीयता दोनों मजबूत होती है।

निष्कर्ष और प्रभाव

सतीश चंद्र शर्मा की यह एक‑दिवसीय यात्रा किसी औपचारिक दौरे से कहीं अधिक थी—यह थी जमीन से जुड़ी समीक्षा, योजनाओं की पारदर्शिता, और जनता को सुनने की सजीव पहल। इतने व्यापक और व्यवस्थित निरीक्षण से विकास में गति आएगी, जन सहभागिता बढ़ेगी और प्रशासनिक जवाबदेही सुनिश्चित होगी।

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