अमेठी जनपद के बाजार शुकुल क्षेत्र में मंगलवार का दिन एक अनोखी सेवा भावना का प्रतीक बना, जब प्रसिद्ध समाजसेवी एवं भाजपा नेता महेंद्र विजय सिंह एवं उनके सुपुत्र मानवेन्द्र विजय सिंह ने गरीब, विकलांग और असहाय महिलाओं को उपहार वितरित किए। इसके साथ ही, क्षेत्र के सम्मानित जनों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। इस आयोजन ने समाज में एक नई उम्मीद और सेवा भावना को जागृत किया।
हर घर में खुशी, हर परिवार में उल्लास
भाजपा नेता महेंद्र विजय सिंह ने इस अवसर पर कहा कि उनका उद्देश्य समाज के उन तबकों तक खुशियाँ पहुँचाना है, जो किसी न किसी कारणवश त्योहारों की रौनक से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों की सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है और यह उनका संकल्प है कि हर जरूरतमंद तक सहायता पहुँचाई जाए। उन्होंने कहा,
“हमारी कोशिश यही है कि हर गरीब, असहाय और जरूरतमंद परिवार होली का पर्व खुशी से मना सके। यह सिर्फ एक उपहार वितरण नहीं, बल्कि हमारी सेवा भावना का प्रतीक है।”
महेंद्र विजय सिंह ने इस आयोजन के माध्यम से न केवल जरूरतमंदों की सहायता की बल्कि समाज को एक महत्वपूर्ण संदेश भी दिया कि सेवा ही सच्चा धर्म है। समाज के लोगों ने इस प्रयास की सराहना की और इसे एक अनुकरणीय पहल माना। भाजपा नेता ने समाज के समृद्ध वर्गों से भी आग्रह किया कि वे जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आएं।
शुकुल बाजार के धनेशा राजपूत क्षेत्र स्थित राजपूत राइस मिल पर यह भव्य आयोजन किया गया, जहाँ हजारों जरूरतमंद महिलाएँ उपस्थित रहीं। उपहार पाने के लिए दूर-दराज से महिलाएँ इस कार्यक्रम में आईं और महेंद्र विजय सिंह की सेवा भावना की सराहना की। आयोजन में महिलाओं के लिए विशेष रूप से भोजन, वस्त्र और दैनिक उपयोग की वस्तुएँ वितरित की गईं।
इस अवसर पर उपहार प्राप्त करने वाली महिलाओं ने कहा कि यह उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। उन्होंने बताया कि महेंद्र विजय सिंह का सहयोग हमेशा उनके साथ रहता है और जब भी क्षेत्र में कोई समस्या आती है, वे मदद के लिए तत्पर रहते हैं। एक लाभार्थी महिला ने कहा,
“हमने कभी नहीं सोचा था कि हमें इस तरह से कोई मदद मिलेगी। महेंद्र विजय सिंह जी की सेवा भावना की जितनी तारीफ की जाए, कम है। हमें हमेशा उनकी ओर से मदद मिलती रही है।”
इस सेवा कार्य ने न केवल महिलाओं बल्कि पूरे समुदाय में उत्साह और खुशी का संचार किया। त्योहारों के अवसर पर जब हर कोई खुशियाँ मना रहा होता है, तब गरीब और असहाय लोग अक्सर उन खुशियों से वंचित रह जाते हैं। इस सेवा कार्य ने ऐसे परिवारों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी।
भाजपा नेता महेंद्र विजय सिंह ने कहा कि उनका उद्देश्य समाज में सेवा का भाव विकसित करना है। उन्होंने सभी से अपील की कि जो भी समर्थवान हैं, वे जरूरतमंदों की मदद करें, ताकि हर कोई खुशी से अपना जीवन व्यतीत कर सके।
“गरीबों की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं। हम सबको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमारे आसपास कोई भूखा या परेशान न रहे। जब भी हमें मौका मिले, हमें जरूरतमंदों की सहायता करनी चाहिए। सेवा का कार्य न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक उत्तरदायित्व के रूप में भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
सम्मान समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर क्षेत्र के कई सम्मानित व्यक्ति भी मौजूद रहे, जिन्होंने इस पुनीत कार्य की सराहना की। जय सिंह चंदेल, भूपेंद्र विक्रम सिंह “सोनू”, शंकरबक्स सिंह, दद्दन सिंह, वीर सिंह, राम उन्जेरे शुक्ल, गिरीश चंद्र शुक्ल, जसकरन सिंह, संजय सिंह, विनय चौरसिया, अशोक शुक्ला, बबलू शुक्ला, प्रशांत शुक्ला, कुमुद शुक्ला, अमित गुप्ता, मानवेन्द्र विजय सिंह और पत्रकार राजीव ओझा सहित सैकड़ों महिला लाभार्थी इस आयोजन का हिस्सा बने।
महिलाओं के लिए विशेष उपहार
कार्यक्रम में विशेष रूप से जरूरतमंद महिलाओं के लिए उपहार की व्यवस्था की गई थी। इसमें खाद्य सामग्री, वस्त्र और दैनिक उपयोग की आवश्यक चीजें शामिल थीं, ताकि वे त्योहार को खुशी से मना सकें। कार्यक्रम के आयोजन में स्वयंसेवकों का भी विशेष योगदान रहा, जिन्होंने उपहार वितरण में सहायता की और अनुशासन बनाए रखा।
भविष्य की योजनाएँ और सेवा का संकल्प
महेंद्र विजय सिंह ने यह भी कहा कि भविष्य में वे और भी ज्यादा जरूरतमंदों की मदद करने का प्रयास करेंगे और इस सेवा कार्य को और व्यापक स्तर पर ले जाएँगे। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि समाज के विकास और उत्थान के लिए वे हमेशा तत्पर रहेंगे।
भाजपा नेता महेंद्र विजय सिंह और उनके पुत्र मानवेन्द्र विजय सिंह द्वारा किया गया यह सेवा कार्य समाज के लिए प्रेरणास्रोत है। इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि सच्ची खुशी बाँटने में है और जब कोई अपने समाज के वंचित वर्ग के बारे में सोचता है, तो वह सच्चे अर्थों में समाजसेवी कहलाता है।
इस कार्यक्रम से क्षेत्र में उत्साह का माहौल देखने को मिला, जहाँ न सिर्फ गरीबों की मदद की गई, बल्कि समाज को यह संदेश भी दिया गया कि सेवा ही सच्चा धर्म है। इस सेवा कार्य ने समाज को एक नई दिशा दी और सेवा के महत्व को प्रमुखता से उजागर किया।