4 जून 2025—ये तारीख रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि का प्रतीक बननी थी। आईपीएल के लंबे इतिहास में पहली बार RCB ने खिताब जीता था। पूरे बंगलूरू में जश्न का माहौल था, खासकर एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर। लेकिन ये दिन कुछ ही घंटों में एक त्रासदी में बदल गया, जब भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई गंभीर रूप से घायल हुए।
अब महीनों की चुप्पी के बाद, विराट कोहली ने इस घटना पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है, जो बेहद भावुक और संवेदनशील है।
कोहली की पहली प्रतिक्रिया: दिल को छू लेने वाला संदेश
विराट कोहली ने इस दर्दनाक हादसे पर RCB के एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा:
“जिंदगी में कुछ भी आपको ऐसे दिल टूटने के लिए तैयार नहीं करता, जैसा 4 जून को हुआ। हमारी फ्रेंचाइजी के इतिहास का जो सबसे खुशी का दिन होना चाहिए था… वो एक त्रासदी में बदल गया। मैं लगातार उन परिवारों के बारे में सोच रहा हूं और प्रार्थना कर रहा हूं, जिनसे हमने अपनों को खो दिया… और उन फैन्स के लिए भी जो घायल हुए। आपका नुकसान अब हमारी कहानी का हिस्सा है। हम सब मिलकर आगे बढ़ेंगे… देखभाल, सम्मान और जिम्मेदारी के साथ।”
कोहली के इस बयान ने उनके करोड़ों प्रशंसकों को भावुक कर दिया। ये पहली बार था जब टीम के किसी सीनियर खिलाड़ी ने इस हादसे पर खुलकर बात की।
क्या हुआ था उस दिन?
4 जून को आरसीबी की जीत के बाद बेंगलुरु में विजय यात्रा और फैन मीटिंग का आयोजन किया गया था। आयोजन स्थल था चिन्नास्वामी स्टेडियम, जहां हजारों की संख्या में फैन्स पहुंच गए।
लेकिन समस्या तब शुरू हुई जब आयोजकों ने सोशल मीडिया के जरिए खुला निमंत्रण भेजा। अनुमान से कई गुना ज्यादा—लगभग 2.5 लाख लोग—स्टेडियम और उसके आसपास इकट्ठा हो गए। व्यवस्थाएं नाकाफी थीं, और पुलिस बल भी कम पड़ गया।
जैसे-जैसे भीड़ बढ़ी, गेट्स पर धक्का-मुक्की शुरू हुई। कुछ ही समय में स्थिति बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए।
जांच में क्या सामने आया?
इस हादसे के बाद कर्नाटक सरकार ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए। जांच रिपोर्ट में निम्नलिखित बातें सामने आईं:
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आयोजन के लिए कोई स्पष्ट अनुमति नहीं ली गई थी।
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भीड़ नियंत्रण के लिए अपर्याप्त पुलिसबल तैनात किया गया था।
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आयोजकों ने भीड़ अनुमान का आकलन नहीं किया और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया।
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सोशल मीडिया पर अचानक प्रचार और ‘फ्री एंट्री’ के संदेशों से भीड़ बेकाबू हो गई।
जांच रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि RCB फ्रेंचाइजी को भी इस लापरवाही के लिए आंशिक रूप से जिम्मेदार ठहराया गया है।
RCB फ्रेंचाइजी की प्रतिक्रिया और कदम
घटना के बाद RCB फ्रेंचाइजी ने तुरंत एक प्रेस बयान जारी कर मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की।
साथ ही, फ्रेंचाइजी ने ‘RCB Cares’ नाम से एक फाउंडेशन शुरू किया, जिसका उद्देश्य भविष्य में:
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फैन सुरक्षा के लिए बेहतर प्रोटोकॉल बनाना
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BCCI, KSCA और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय बढ़ाना
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भीड़ प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण और टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना
RCB ने वादा किया कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी और फैंस की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
एक जश्न जो मातम में बदल गया
एक जीत, जिस पर शहर को गर्व होना था, वह अब जख्म बन चुकी है। कई परिवारों के लिए वो दिन, जब उनके बेटे या बेटी RCB को चीयर करने निकले थे, आखिरी दिन बन गया।
जिस तरह कोहली ने इस नुकसान को “हमारी कहानी का हिस्सा” कहा, वह दर्शाता है कि ये सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक सबक भी है—सुरक्षा, जिम्मेदारी और मानवीय संवेदना का।
क्या आगे ऐसे आयोजनों के लिए बदलाव होगा?
घटना के बाद कर्नाटक सरकार ने सार्वजनिक आयोजनों के लिए नियम कड़े करने की घोषणा की है। अब:
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भीड़ अनुमान का डेटा जरूरी होगा
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सुरक्षा बलों की संख्या आयोजकों को पहले से बतानी होगी
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डिजिटल आमंत्रणों के लिए अनुमति लेना अनिवार्य होगा
BCCI और आईपीएल संचालन समिति भी इस मुद्दे पर गंभीर है। कहा जा रहा है कि भविष्य में विजय यात्राओं और फैन फेस्ट्स के लिए एक नेशनल गाइडलाइन बनाई जा सकती है।
कोहली की चुप्पी क्यों मायने रखती है?
विराट कोहली सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं, बल्कि भारत के सबसे बड़े स्पोर्ट्स आइकन हैं। उनकी आवाज का असर लाखों लोगों पर पड़ता है। ऐसे में जब उन्होंने चुप्पी तोड़ी और इस हादसे को “हमारी कहानी का हिस्सा” बताया, तो ये शब्द जिम्मेदारी और संवेदना दोनों का प्रतीक बन गए।
उनका यह बयान यह भी दिखाता है कि खेल सिर्फ जीत और हार का नाम नहीं, बल्कि भावनाओं, संबंधों और इंसानियत से भी जुड़ा होता है।
एक कड़वी सीख और नई शुरुआत
बेंगलुरु की इस त्रासदी ने हमें याद दिलाया कि खुशी और सुरक्षा एक साथ चलनी चाहिए। चाहे वह क्रिकेट मैच हो, कोई संगीत कार्यक्रम या कोई अन्य सार्वजनिक आयोजन—हर आयोजक की पहली जिम्मेदारी लोगों की जान की सुरक्षा होनी चाहिए।
RCB की जीत ऐतिहासिक थी, लेकिन वह हमेशा इस हादसे के साए में याद की जाएगी। उम्मीद है कि आने वाले वक्त में सभी टीमें, प्रशासन और संस्थाएं इस घटना से सबक लेंगी और खुशियों को कभी फिर से मातम में बदलने नहीं देंगी।
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