आंचलिक संवाददाता
मांडा, मांडा क्षेत्र – शनिवार को भीस बेदौली गांव में आयोजित जनसभा में भीम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट भीमराव गौतम ने देश में प्रचलित दोहरी शिक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब देश और संविधान एक हैं, तो शिक्षा व्यवस्था में भेदभाव क्यों होना चाहिए।
सभा का आयोजन युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अभिषेक कुमार गौतम के नेतृत्व में किया गया, जिसमें सैकड़ों ग्रामीण, छात्र और युवा उपस्थित थे। एडवोकेट भीमराव गौतम ने बताया कि गरीब और ग्रामीण बच्चों को आज भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल रही। इसके विपरीत अमीर वर्ग के बच्चे महंगे प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि सरकारी स्कूलों की स्थिति अक्सर खस्ता है और उनकी शिक्षा गुणवत्ता पर सवाल उठता है।
सभा में घोषणा की गई कि भीम सेना जल्द ही “समान शिक्षा, समान अधिकार” अभियान शुरू करेगी, जिसका उद्देश्य सभी बच्चों को समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। एडवोकेट गौतम ने यह भी कहा कि भीम सेना हमेशा गरीब, वंचित और पीड़ित समाज की आवाज़ उठाती रही है और समाज में फैले भेदभाव और गरीबी को चुनौती देती है।
कार्यक्रम के अंत में बड़ी संख्या में ग्रामीण और युवा भीम सेना की सदस्यता ग्रहण करते हुए संगठन को अपना समर्थन देने पहुंचे। इस अवसर पर अभिषेक कुमार गौतम, रोहित कुमार गौतम, अशोक कुमार गौतम, भोला नाथ गौतम, सुनील कुमार गौतम, सतई लाल, जगदीश प्रसाद विश्वकर्मा, राजेश वर्मा, राजन कुमार, सुशील कुमार, रिंकी सोनकर, लक्ष्मी देवी, पार्वती देवी, सुशीला देवी, रीता देवी सहित कई स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।
इस कार्यक्रम ने साफ संदेश दिया कि शिक्षा में समानता और गुणवत्ता सुनिश्चित करना अब केवल चर्चा का विषय नहीं बल्कि एक सामूहिक आंदोलन का हिस्सा बन चुका है। ग्रामीण समाज ने भी इस पहल का गर्मजोशी से स्वागत किया और संगठन के साथ जुड़े रहने का संकल्प लिया।
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