नई दिल्ली : Body बनाने के लिए आप तरह-तरह के Foods खाते हैं और एक्सरसाइज करते हैं। आजकल बाजार में मसल्स बिल्डिंग और वेट गेन के लिए ढेर सारे Protein Powders मौजूद हैं मगर इन फूड्स में कई तरह के हानिकारक तत्वों और केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है जिससे शरीर फूल तो आता है मगर ताकत नहीं आती है। अगर आपको सच में अच्छी Body बनानी है, तो इसके लिए आपको पौष्टिक चीजें खानी चाहिए।
पीनट्स बटर बॉडी बिल्डिंग में आपकी मदद कर सकता है। दुनियाभर में तमाम Body बिल्डर्स और एथलीट्स इसका सेवन करते हैं। इसमें कई पोषक तत्व होते हैं। पोटेशियम, मैगनीशियम और अन्य कई तत्वों से भरपूर पीनट बटर आपको कई बीमारियों से भी बचाता है।
Body Building के लिए पोषक तत्वों से भरपूर
Protein , Fibers, हेल्दी फैट्स, पोटेशियम और अब एंटी-ऑक्सीडेंटस, मैगनीशियम और अन्य कई पोषक तत्व पीनट बटर में मौजूद होते हैं। पीनट बटर में कई अच्छी चीजें मौजूद होती हैं। पीनट बटर की एक सर्विंग से आपको 3 ग्राम एंटी ऑक्सीडेंट यानी Vitamin E मिलता है। इसके साथ ही आपको मैग्नीशियम भी मिलता है जो हड्डियों ओर मांसपेशियों की रिकवरी के लिए बहुत अच्छा होता है। और साथ ही प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए जरूरी Vitamin B6 और जिंक भी मिलता है।
Energy बढ़ाता है पीनट बटर
पीनट बटर में हेल्दी फैट्स के साथ ही Protein की मात्रा भी भरपूर होती है। प्रोटीन शरीर के लिए बहुत जरूरी है। इसके अलावा इसमें काफी कैलरी भी होती है, जिससे आपके शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलती है। अगर आप नाश्ते में पीनट बटर का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे आपको दिन भर के काम करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा मिल जाती है।

पीनट बटर में होता है ढेर सारा फाइबर
दो चम्मच पीनट बटर में न सिर्फ भरपूर प्रोटीन होता है, बल्कि साथ ही साथ इसमें दो ग्राम फाइबर भी होता है। फाइबर का प्रचुर सेवन शरीर के लिए बहुत जरूरी होता है। इससे शरीर की पाचन क्रिया भी अच्छी रहती है। बेशक अन्य स्रोतों से भी फाइबर प्राप्त किया जा सकता है, लेकिन पीनट बटर इसके सप्लीमेंट का काम कर सकता है। इसलिए पीनट बटर का सेवन रोज सुबह नाश्ते में करना चाहिए।
दिल की बीमारियों से बचाए
हममें से ज्यादातर लोग बहुत अधिक सोडियम का इस्तेमाल करते हैं। शायद आपको इस बात का अंदाज न हो, लेकिन सोडियम आपकी कार्डियोवस्कुलर सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। बीटर बटर में पोटेशियम की मात्रा काफी अधिक होती है और पोटेशियम सोडियम के खतरे को कम करने में मददगार होता है।