BSF Jawan Returned: भारत के आगे फिर झुका पाकिस्तान , बीएसएफ जवान लौटा वतन, अटारी बार्डर से हुई वापसी,भारत ने भी लौटाया उनका रेंजर्स
भारत और पाकिस्तान ने सीजफायर के बाद ये फैसला किया है कि वो एक – दूसरे के जवानों को वापस लौटाएगा। पाकिस्तान ने आज भारत के जवान पीके शॉ को अटारी बार्डर के रास्ते लौटा दिया है। जवाब में भारत ने भी पाक रेंजर्स को वापस भेज दिया।
BSF jawan returned to Atari border: बीएसएफ यानी सीमा सुरक्षा बल (BSF) जवान पीके शॉ ( पूर्णम कुमार शॉ को पाकिस्तान ने आज सुबह 10.30 बजे अटारी बार्डर के जरिए वापस भारत को सौंप दिया। पीके साहू पहलगाम आतंकी हमले के ठीक एक दिन बाद 23 अप्रैल 2025 को गलती से सीमा पर चले गए थे। जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। जिसके बाद पाकिस्तान ने उन्हें 20 दिनों तक अपने साथ रखा। पीके शॉ की वापसी को लेकर भारत सरकार ने पाकिस्तान से उच्च स्तरीय संवाद शुरू कर दिया था। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर की वजह से जवान की वापसी बीच में नहीं हो सकी। जब 12 मई को दोनों देशों के बीच सीजफायर हुआ , इसके बाद ही पीके शॉ की वापसी की कारवाई तेज हुई। जिसे बुधवार को अटारी बार्डर से सकुशल सुरक्षित वापस भारत को सौंप दिया गया।
भारत की कूटनीति की हुई जीत
बीएसएफ जवान पीके साहू की वापसी इस बात का संकेत है कि भारत सरकार की कूटनीति सफल रही। पूर्णम कुमार शॉ की वतन वापसी की राह आसान नहीं थी। जब बीएसएफ जवान को पाकिस्तान ने हिरासत में ले लिया था , तभी से भारत सरकार और परिवार की चिंताएं बढ़ने लगी थी। जिसके बाद परिवार ने सरकार से अपने बेटे की वापसी की गुहार लगाई। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कूटनीति कार्रवाई शुरू कर दी। जहां पाकिस्तान के रेंजर्स के साथ कई दौर की चर्चा हुई। फिर उच्च स्तरीय बैठक के बाद पाकिस्तान ने बीएसएफ जवान पीके शॉ को भारत भेजने की सहमति जताई। पाकिस्तान ने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अटारी बाघा बार्डर के रास्ते सकुशल और सुरक्षित जवान को भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया। बता दें कि 40 वर्षीय पीके शॉ 23 अप्रैल 2025 को पंजाब के फिरोजपुर जिले अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके गलती से पाकिस्तान की सरजमीं पर चले गए थे। जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।
भारत ने भी लौटाया पाकिस्तानी रेंजर्स
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया था। जिसके बाद भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर ( opration Sindoor) चलाकर पाकिस्तान में बने आतंकी अड्डों को नष्ट करके पाकिस्तान को सबक सिखाया। इसी बीच एक पाकिस्तानी रेंजर्स भी भारत की सीमा पर घुस आया था। पाक रेंजर्स को भारत के जवानों ने राजस्थान की सीमा के पास पकड़ा था। जिसके बाद भारत ने भी पाकिस्तान को अटारी बाघा बार्डर के जरिए उसका रेंजर्स लौटा दिया।
BSF जवान पीके साहू का परिवार हुआ खुश
गलती से पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश करने वाले पीके साहू के परिवार को पता चला कि उनका बेटे को पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ लिया है। परिवार सदमे में आ गया। पीके साहू की पत्नी रजनी शॉ गर्भवती है। उसने अपने पति को पाकिस्तान से वापस लाने के लिए सरकार से गुहार लगाई। बीते 5 मई को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने हुगली में बीएसएफ जवान के घर पहुंचकर चिंता व्यक्त की थी। और परिवार को सांत्वना दी कि उनका अपना जल्द वापस आ जायेगा। पीके शॉ के वतन वापसी की खबर सुनते ही परिवार में खुशी का माहौल है।
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