CDS Anil Chauhan: पिछले महीने 7 मई को हुए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सीडीएस अनिल चौहान ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने भारत – पाकिस्तान युद्ध को लेकर बड़ी बात कही है।
CDS Anil Chauhan operation Sindoor : भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) अनिल चौहान ने पिछले महीने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ी बात कही है। CDS ने पुणे यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई कार्रवाई को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। उन्होंने कहा कि जिस तरह सिंधु जल समझौते को लेकर पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो ने कहा था कि पानी बंद हुआ तो खून की नदियां बहेगीं। उसी का जवाब देते हुए सीडीएस ने कहा खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते है। सेना का ऑपरेशन सिंदूर करने के पीछे का मकसद पाकिस्तान में प्रायोजित आतंकवाद को रोकना था। भारत एक मजबूत देश है। वो पाकिस्तान की परमाणु धमकी से डरने वाला नहीं है।
नुकसान की गिनती जरूरी नहीं
CDS अनिल चौहान ने कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र क्रिकेट मैच से जोड़कर किया। उन्होंने कहा आज कुछ लोग सेना के नुकसान के बारे में पूछ रहे है। उन्हे बताना चाहूंगा कि जैसे क्रिकेट मैच में जीत जरूरी होती है। विकेट कितने गिरे ये जरूरी नहीं है। टीम इंडिया की जीत हो गई ये बात महत्वपूर्ण है। उसी तरह हमनें पाकिस्तान को और उसके आतंकियों को कैसे सबक सिखाया ये जरूरी है। हमारे सैन्य बलों को कितना नुकसान उठाना पड़ा ये जरूरी नहीं है। अगर कोई छोटी सी जंग भी होती है तो नुकसान तो होता ही है।
पाकिस्तान ने 8 घंटे में डाले हथियार
CDS अनिल चौहान ने बताया कि पाकिस्तान ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई का बदला लेने के लिए 48 घंटे का अभियान जारी रखना चाहता था। लेकिन उसने 8 घंटे में ही हथियार डालकर हार स्वीकार कर ली। पाकिस्तान सरकार और सेना को पता था कि अगर उसने भारत के खिलाफ जवानी हमला जारी रखा तो उसे बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसी डर को देखते हुए पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ को फोन कर सीजफायर करने को कहा था। डीजीएमओ ने कहा था कि हम जंग नहीं चाहते , क्योंकि नुकसान अधिक होगा। इस तनाव को कम करें। जिसके बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सीजफायर की सूचना दी।
सीडीएस ने इससे पहले यह भी कहा कि पाकिस्तान का मकसद भारत के हजारों लोगों को लहूलुहान करना था। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में जो आतंकी हमला हुआ। उससे ठीक एक सप्ताह पहले पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ( जो अब फील्ड मार्शल हैं) ने भारत और हिंदुओ के खिलाफ जहर उगला था। जबकि आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा समर्थित संगठन टीआरएफ़ ने पहलगाम आतंकी हमलें की जिम्मेदारी ली थी।
युद्ध में दिखी मेक इन इंडिया तकनीक
पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने मेक इन इंडिया तकनीक वाले उपकरणों से आतंकियों को जवाब दिया था। सेंसर टेक्नोलोजी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अहम रहा। सीडीएस ने कहा हमारे पास ह्यूमन और नेचुरल दोनों तरह के सेंसर उपलब्ध हैं। ह्यूमर मेड सेंसर कई तरह के होते हैं। इसकी तैनाती जरूरत पड़ने पर अलग तरीके से होती है। इतना ही नहीं ब्रह्मोस जैसी हाइपरसोनिक मिसाइल भी अहम रही। आकाश डिफेंस सिस्टम की ताकत को भी सभी ने देखा। पाकिस्तान को भारत की ताकत और सैन्य बल का अंदाजा हो गया है
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