उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में भारी बारिश लगातार होने के कारण मंदाकिनी नदी पूरे उफान पर है इसके साथ मानिकपुर ब्लाक की बरदहा नदी समेत सभी पहाड़ से निकलने वाली नदियां पूरे उफान पर हैं ।क्योंकि मध्य प्रदेश से उत्तर की तरफ आकर उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में लगातार बारिश के चलते अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है मंदाकिनी नदी चित्रकूट से सटकर निकलती है वह इस समय अपने रौद्र रूप में बह रही है। जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने पूरे जिले में दौरा करना शुरू कर दिया है। जिलाधिकारी चित्रकूट के निर्देशन में सदर एसडीएम पूजा यादव चित्रकूट व सदर तहसीलदार संजय अग्रहरी चित्रकूट ने बाढ़ ग्रस्त मुहल्लों व रामघाट का जायजा लिया तरउंहा में बाढ़ के कारण कई घर टापू में बदल गए और किसानों की सब्जी भी डूब गई जिससे मकान और सब्जी को भारी नुकसान हुआ है और कई जगहों पर किसान के पशु भी बाढ़ में बह गये हैं ।जिले में चित्रकूट के रामघाट में सैकड़ों दुकानदारों की दुकानों के अंदर पानी चला गया उनका भी काफी नुकसान हुआ है ।जबकि रामघाट में शिव मंदिर के पास ही एक गुप्ता जी के मकान की दीवार गिरने से पिता-पुत्र दोनों घायल हो गए हैंजिला अस्पताल में भर्ती हैं इलाज जल रहा है।और इसके साथ पूरे जिले में के ग्रामों में जो कच्चे मकान बरसात के चलते गिरे हैं उसमें भी संबंधित एसडीएम तहसीलदार और राजस्व कर्मी गिरे मकानों की जांच कर रहे हैं ।और लोगों को मदद देने को भी आश्वासन दे रहे मानिकपुर ब्लाक में नदियों के उफान के कारण बाजारों से संपर्क कट जाने से ग्रामीण आहत व प्रभावित हैं ।जिला अधिकारी चित्रकूट शुभ्रांत शुक्ला ने पूरे जिले के राजस्व विभाग व स्वास्थ्य विभाग को बाढ़ ग्रस्त प्रभावित एरिया में पूरे संलग्नता के साथ कार्य करने को कहा है और अपने कर्तव्यों का पालन सही ढंग से करने को निर्देशित किया। चित्रकूट एक धार्मिक व पर्यटक स्थल भी है वहां पर सोमवार को रामघाट में महाराजाधिराज मतगयेन्द्रंनाथ मंदिर पर शिव भक्तों को वहां के पुजारी ने आने से रोका है क्योंकि अभी नदी का जल स्तर 3 अगस्त तक घटने का नाम नहीं लिया है जिले में यह समस्या लगातार पांच से 6 दिन बारिश के चलते हालत बदहाल हो गए हैं नदियों के उफान से स्थानीय लोग खतरे की आशंका व्याप्त है और स्थानीय दिनेश गौतम ने बताया कि जिस तरीके से मंदाकिनी नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है जो खतरा पैदा कर सकता है। जिसको जिला प्रशासन की तरफ से जो इंतजाम किए गए हैं इंतजाम नाकाफी हैं और स्थानीय लोगों ने यह मांग की है की प्रभावित लोगों को दवा राशन की जरूरत ही पड़ सकती है जिसका प्रबंधन राजस्व स्वास्थ्य विभाग चित्रकूट को करना चाहिए।
*चित्रकूट जिले में भारी बारिश के चलते बाढ़ का कहर-आँचलिक ख़बरें-प्रमोद मिश्रा *
