झुंझुनू-आज चंद्रगहण, महिलाएं रखें सावधानी-आँचलिक ख़बरें-संजय सोनी

News Desk
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संजय सोनी
झुंझुनू।मंगलवार को खंडग्रास चंद्र ग्रहण होगा। जलाराम बापा ज्योतिष संस्थान के आचार्य पं. अभिमन्यु पाराशर ने इस दिन को लेकर विशेष जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि ग्रहण के समय संयम रखकर जप-ध्यान करने से कई गुना फल प्राप्त होता है। वहीं ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरतमंदों को वस्त्रदान करना चाहिए। साथ ही चंद्र ग्रहण में तीन पहर (नौ घंटे) पूर्व भोजन नहीं करना चाहिए। वहीं बुजूर्ग, बच्चे और रोगी डेढ पहर (साढ़े चार घंटे) पहले तक खा सकते है।
पं. पाराशर ने बताया कि ग्रहण वेध के पहले जिन पदार्थों में कुश या तुलसी की पत्तियां डाल दी जाती हैं, वे पदार्थ दूषित नहीं होते। पके हुए अन्न का त्याग करके उसे गाय, कुत्ते को डालकर नया भोजन बनाना चाहिए। साथ ही ग्रहण वेध के प्रारंभ में तिल या कुशमिश्रित जल का उपयोग भी अत्यावश्यक परिस्थिति में ही करना चाहिए और ग्रहण शुरू होने से अंत तक अन्न या जल नहीं लेना चाहिए।
इस चंद्रग्रहण का सूतक काल 16 जुलाई को शाम चार बजकर 32 मिनट से प्रारंभ होगा। जोकि चंद्रग्रहण के साथ ही 16 -17 जुलाई की मध्य रात्रि उपरांत को 4 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगा।यह चंद्रग्रहण भारत में दिखाई देंगे इसलिए इसका सूतक काल भारत में मान्य होगा। जो ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले लग जाएगा।ये चंद्रग्रहण जिन देशों में दिखाई देगा। वहां सूतक व ग्रहण काल में पूरी सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर गर्भवती महिलाओं को उन्हें ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतने की जरुरत होती है।
ग्रहण काल के दौरान भगवान की मूर्ति स्पर्श ना करें। मलए मूत्र और शौच आदि न जाए तथा किसी नए काम की शुरुआत ना करें। गुरु पूर्णिमा पर लगने वाला यह चंद्रग्रहण खंडग्रास के रूप में दिखाई देगा। यह ग्रहण कुल दो घंटा 59 मिनट का होगा। ग्रहण के दौरान चंद्रबिंब दक्षिण-पश्चिम की ओर से ग्रस्त होता दिखाई देगा। यह चंद्रग्रहण 16 जुलाई की रात एक बजकर 31 मिनट पर शुरू होगा और 17 जुलाई की सुबह चार बजकर 30 मिनट पर ग्रहण का खत्म होगा। इस दिन चंद्रमा शाम छह बजे से सात बजकर 45 मिनट तक उदय होगा।

पटवार पद को तकनीकी घोषित करने की मांग

झुंझुनू।पटवार पद को तकनीकी घोषित करने को राजस्थान पटवार संघ की ओर से जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में बताया कि राजस्व विभाग में राजस्व रिकॉर्ड को डीआईएलएमपी योजना के अंतर्गत ऑनलाईन करने का कार्य किया जा रहा है। जिसमें राजस्व रिकॉर्ड तथा जमाबंदी, भू नक्शा ऑनलाइन करते हुए नामान्तरकरण भी ऑनलाइन दर्ज किए जाते हैं।  ज्ञापन में बताया गया कि झुंझुनू एक मात्र ऐसा जिला जिसकी सभी तहसील ऑनलाइन हो चुकी है तथा कृषि ऋण संबंधी समस्याओं के लिए किसान पोर्टल का शुभारंभ भी झुंझुनू से किया गया है।
संघ के जिलाध्यक्ष उम्मेदसिंह महला ने बताया कि ऑनलाइन संबंधी कार्य एक तकनीकी कर्मचारी ही कर सकता हैं। इसके लिए पटवार संघ के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा राज्य सरकार एवं विभाग को कई बार ज्ञापन सौंपकर पटवारी पद को तकनीकी घोषित किए जाने की मांग की गई है। जिसको लेकर सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। महला ने बताया कि जल्द ही मांग का समाधान नहीं किया गया तो जिले के समस्त पटवारी ऑनलाइन कार्य का बहिष्कार करेंगे।

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