राजेंद्र राठौर
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हलवा कार्यक्रम के समापन के साथ ही विकास यात्रा का समापन भाजपा की दोहरी नीति
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कार्यक्रम में श्रमदान करने के बजाय घोषणाओं का लॉलीपॉप देने आए थे: डॉ विक्रांत भूरिया
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झाबुआ: प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र के आदिवासियों की पुरानी परंपरा को जीवंत बनाने के उद्देश के साथ हलमा कार्यक्रम जल मिट्टी पर्यावरण संरक्षण कर आदिवासी अपनी परंपरा को निरंतर सामूहिक ता की ताकत से बदलाव की सोच के साथ बगैर राजनीति कर धरती माता की सेवा का संदेश देते हैं
प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ने बताया कि कांग्रेस हमेशा हलमा कार्यक्रम अपनी सहभागिता करती रही है भाजपा की सरकार ने उक्त आयोजित कार्यक्रम का राजनीतिकरण करने से कांग्रेश नेताओं ने आयोजित ऐतिहासिक हलवा कार्यक्रम से अपनी दूरी बनाए रखी भूरिया ने कहा कि बगैर स्वार्थ के हलमा कार्यक्रम में मध्य प्रदेश राजस्थान गुजरात 3 प्रदेशों के आदिवासी धरती माता की सेवा का संदेश देने के लिए हजारों की तादाद में एकत्रित होते हैं अपने पुरखों के परंपरागत तरीके से किए गए कार्यों में सहभागिता कर एक प्रकृति की रक्षा कर धरती माता की सेवा करते हैं ऐसे कार्यक्रमों में राजनीतिकरण करना आदिवासियों के साथ खिलवाड़ करने जैसा है समापन कार्यक्रम में आए वही भाजपा की विकास यात्रा का भी समापन कर दिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंच से पेसा एक्ट कानून का बखान कर रहे थे पर यह कानून तो 25 साल पहले ही आदिवासी नेता पूर्व सांसद दिलीप सिंह भूरिया जी के समय में ही लागू हो चुका था उनकी पुत्री निर्मला भूरिया मंच पर मौजूद होने के बावजूद उन्हें मंच से बोलने तक नहीं दिया गया यह आदिवासियों के साथ खुले तौर पर खिलवाड़ है वही लाडली बहन योजना की घोषणा ऐन वक्त चुनावी माहौल में करना प्रदेश की महिलाओं को लॉलीपॉप देने जैसा है लाडली बहन योजना भाजपा की महिला कार्यकर्ताओं के लिए लाई गई योजना है जिसका प्रदेश की महिलाओं को लाभ नहीं मिलना है आयोजित हलमा कार्यक्रम का राजनीतिकरण भाजपाई करण करने पर कॉन्ग्रेस निंदा करती है