रमेश कुमार पाण्डे
19 फरवरी को बहोरीबंद के बाकल से सिहोरा तक की पदयात्रा की घोषणा
जिला जबलपुर- मझौली से सिहोरा तक 19 किलोमीटर की लंबी ग्राम पदयात्रा कर लक्ष्य जिला सिहोराआंदोलन समिति ने सिहोरा को जिला बनाने की मांग का वातावरण बनाने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। पदयात्रा के दौरान समिति ने 10 ग्रामों का सघन जनसंपर्क करते हुए सिहोरा जिला संबंधी पर्चो का वितरण कर सभी को 9 अप्रैल को सिहोरा के विशाल आंदोलन में आने हेतु आमंत्रित किया। समिति ने घोषणा किया कि अगले रविवार 19 अप्रैल को बहोरीबंद विधानसभा के बाकल से सिहोरा तक की ग्राम पदयात्रा निकाली जाएगी।
पोला तिराहे पर आमसभा – यात्रा का प्रारंभ मझौली के पोला तिराहे में आमसभा से प्रारंभ हुआ।जहाँ पर सत्तारूढ़ भाजपा,कांग्रेस,करणी सेना और बजरंग दल के पदाधिकारियों ने अपनी उपस्थिति देते हुए सिहोरा जिला के साथ मझौली के विकास की बात कही।इस दौरान मझौली के मदन साहू,श्रवण सोनी,हर्षित राजपूत,संतोष दुबे,आशीष सेन,दिलीप कोष्टा,नरेन्द्र सिंह,श्रीलाल चौबे,दीपक साहू,संतोष पटवा,मुन्ना जैन,जितेन्द्र ताम्रकार मौजूद रहे।
10 ग्रामों का किया संपर्क – लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने अपने आंदोलन के दौरान मझौली से सिहोरा के मध्य 10 ग्रामों का संपर्क किया। इन ग्रामों में मझौली,कांकरदेही, रजवई , कुसमी, महगवां,पीपल देवरी, रिमझा पौड़ी कला ,पोड़ा और दर्शनी शामिल रहे। समिति ने दावा किया कि सिहोरा को 2003 में जिला बना दिया है वर्तमान सरकार ने सिहोरा जिला के आदेश को विगत 20 वर्षों से रोक कर रखा है।
मझौली में भी आक्रोश- पोला में चल रही सभा के दौरान बजरंग दल के श्रवण सोनी ने जहां एक ओर सिहोरा जिला की बात का पुरजोर समर्थन किया वही मझौली की उपेक्षा का भी आरोप लगाया।उन्होंने कहा कि लंबे समय से तहसील बन जाने के बाद भी आज मझौली पूर्ण तहसील नही बनी है।आज भी यहां पूर्णकालिक एस डी एम नही है,आज तक मझौली तहसील का तहसील कोड जारी नही हुआ है।उन्होंने मझौली में सिविल कोर्ट न होने और मझौली पिन कोड ने कटनी जिले में बताने पर भी प्रश्न चिन्ह लगाया।
यात्रा के दौरान समिति के कृष्णकुमार क़ुररिया,अनिल जैन,विकास दुबे,सुशील जैन,नंदकुमार परौहा,रामलाल साहू,सियोल जैन, रामजी शुक्ला,अमित बक्शी,गौरी राजें,मोहन सिंधिया,मानस तिवारी,नत्थू पटेल,प्रशांत मिश्रा,सत्येंद्र तिवारी प्रशांत बाजपाई सहित अनेक सिहोरावासी मौजूद रहे।