रमेश कुमार पाण्डे
समझाईश के साथ-साथ जारी है दवाई और सफाई का कार्य
जिला कटनी – जिले के दर्जन भर गांवो मे दानेदार तेज बुखार से प्रभावित मरीजों की संख्या बढकर अब 97 हो गई है। सोमवार को पान उमरिया क्षेत्र के ग्राम मढाना, भमका और भरवारा मे भी नये मामलों का पता चलते ही स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने तत्काल लोगों के उपचार और परामर्श का कार्य शुरू भी कर दिया है।
कलेक्टर ने नागरिकों से पुनः आग्रह किया है कि किसी भी प्रकार की बुखार और दाने की स्थिति में घबरायें नहीं निःसंकोच होकर बताये बीमारी को न छिपाये, स्वास्थ्य विभाग सहित आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की संयुक्त टीम द्वारा प्रभावित ग्रामों में घर-घर सर्वे का सिलसिला अनवरत जारी है। बीमारी के संबंध में जानकारी मिलने पर बुखार प्रभावितों का प्रथम चरण में ही चिन्हांकन किया जाकर समुचित उपचार किया जा सकेगा, जिससे अन्य लोगों में संक्रमण फैलने की संभावना नहीं होगी। जिला कलेक्टर अवि प्रसाद ने जिलेवासियों से ऐसे किसी भी प्रकरण की सूचना मिलने पर तत्काल इसकी जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला टीकाकरण अधिकारी 9479898341 या अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में देने की अपील की है।
सीएमएचओ डॉ प्रदीप मुडि़या ने बताया कि सोमवार को मढाना और भमका मंे दानेदार तेज बुखार से 1-1 और ग्राम भरवारा मे सोमवार को 2 नये मामले संज्ञान में आये है। उन्होने बताया कि इन गांवों मे भी सर्वे कार्य शुरू कर ईलाज प्रारंभ कर दिया गया है। इस प्रकार जिले मे सोमवार के 3 गांवों के चार मामलों को मिलाकर जिले में अब तक कुल 97 मरीज हो गए है। जो दानेदार तेज बुखार से प्रभावित है। इनमें से कई प्रभावितों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। इनकी नियमित तौर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा देखभाल और निगरानी की जा रही है।

ग्रामीणों को दी जा रही बीमारी के लक्ष्णों की जानकारी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रदीप मुडि़या बताया कि सर्दी, खांसी, आँखें लाल, तेज दानेदार बुखार आने पर खसरा रोग होने के लक्षण हो सकते है। अतः तत्काल इसकी सूचना नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में देवे। खसरा गंभीर बीमारी है, ये दैवीय प्रकोप से नहीं होती। अतः उपचार लेना न भूलें। खसरा रोग संक्रामक वायरस के कारण मरीज के छींकने एवं खासने से फैलने वाला रोग होने के कारण संक्रमित व्यक्ति के पास मास्क लगाकर जायें। तेज दानेदार बुखार होने पर भी पौष्टिक भोजन लें, गुनगुना पानी पियें और आराम करें ताकि कुपोषित होने से बचा जा सके। 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को एम. आर. का टीका अवश्य लगवायें। श्री मुडि़या ने ग्रामीणों से अपने घरों के आसपास किसी भी प्रकार की गंदगी और पानी का रूकाव न होने देने की सलाह दी है।
सफाई और दवाई दोनों जरूरी
ग्रामीणों में बीमारी के प्रति जागरूकता का असर दिखने लगा है। ग्रामीण अब स्वयं आगे आकर बीमारी के संबंध में बता रहे है। वहीं दूसरी ओर कलेक्टर अवि प्रसाद के निर्देश पर संक्रमण के फैलाव को रोकने हेतु ग्रामों की सफाई व्यवस्था पर भी नजर रखी जा रही है। जिसके तहत सोमवार को ग्राम दशरमन, सुनकई, खाम्हा सहित अन्य गांवों के नाले – नालियों की सफाई कराई जाकर कीटनाशक दवा का छिड़काव किया गया।