राकेश कु०यादव:बछवाडा़ (बेगूसराय):~ गांवों के 0 से 05 वर्ष तक के बच्चों , गर्भवती व धात्री महिलाओं के लिए सरकार एवं विदेशी एनजीओ मिलकर करोड़ों ~अरबों खर्च कर रही है । मगर बेगूसराय के बछवाडा़ प्रखंड में बिशनपुर पंचायत का वार्ड 01 ऐसा गांव है ,जहां के लोगों नें पोषाहार ,टीएचआर समेत आंगनबाड़ी लाभ कैसा होता हैं , उन्हे नहीं पता है। इस गांव में आंगनबाड़ी केन्द्र के सृजन एवं स्थापना के लिए गांव के लोगों नें वर्ष 2013 में तत्कालीन बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को पब्लिक पिटिशन दिया था। मगर सीडीपीओ नें मामले को अनदेखा कर दिया । मगर ग्रामीणों नें हार नहीं मानीं , आंगनबाड़ी की स्थापना की मांग पर अड़े ग्रामीण लगातार पदाधिकारियों से पत्र व्यवहार करते रहे । लम्बे समय से चले आ रहे संघर्ष से परेशान होकर सीडीपीओ बछवाडा़ नें पांच वर्ष बाद वर्ष 2018 में आंगनबाड़ी केन्द्र की स्थापना तो नहीं कर सकी , मगर वार्ड 06 (अजीतपुर ) में संचालित हो रहे आंगनबाड़ी केंद्र से टैग शिफ्टिंग कर दिया । अब हालात यह है कि शिफ्टिंग के एक वर्ष बाद भी आंगनबाड़ी सुविधा वार्ड एक के लोगों को नसीब नहीं हो सका। वार्ड सं 01 निवासी कविता देवी , सुन्दर देवी , कुसमा देवी , झालो देवी , प्रमिला देवी , संगीता देवी , मीना देवी आदि महिलाओं नें बताया कि कई दशकों से हमलोगों को आंगनबाड़ी सुविधा नसीब नहीं हो सका है । शिफ्टिंग के एक वर्ष बाद भी कार्यरत सेविका सहायिका वार्ड 01 में अबतक नहीं पहुंची है । अब समस्या यह है कि सेविका सहायिका वार्ड में आ नहीं सकती और 0 से 05 वर्ष तक के बच्चे , गर्भवती व धात्री महिलाएँ दो किलोमीटर दुर अजीतपुर जा नहीं सकती । आंगनबाड़ी लाभ से वंचित ग्रामीणों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों नें उक्त सेविका सहायिका के कर्तव्यहीनता के खिलाफ सीडीपीओ बछवाडा़ को कई बार लिखित शिकायत की मगर नतीजा वही ढा़क के तीन पात रही । अब स्थानीय वार्ड सदस्य गीता देवी , पंच जयकांत राय , पंसस अर्चना भारती नें मोर्चा खोलते हुए सीडीपीओ बछवाडा़ व उक्त सेविका सहायिका की मिलीभगत से पिछले एक वर्षों का पोषाहार व टीएचआर समेत अन्य लाभ का गबन किए जाने का आरोप लगाते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एवं आईसीडीएस पटना को पब्लिक पिटीशन के माध्यम से शिकायत की है । साथ ग्रामीणों नें मांग की है कि नये सिरे से वार्ड में आंगनबाड़ी केन्द्र सृजित कर स्थापना किया जाए। इधर उपरोक्त खबर को लेकर सीडीपीओ का विचार जानने हेतु सम्पर्क साधा गया तो उन्होने कुछ भी कहने से इन्कार कर दिया ।