करैरा जल संसाधन उपसंभाग के एसडीओ ने फर्जी स्टीमेट बनाकर तालाबों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है जबकि ग्रामीणों के अनुसार इस कार्य की कोई आवश्यकता नहीं थी। सिर्फ राशि का गबन करने के लिए कार्य कराए जा रहे हैं। इसमें अन्य अधिकारी भी मिले हुए हैं। मामले को लेकर बुधवार को ग्रामीण शिवपुरी आए और एक ज्ञापन प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग के नाम प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा व काम रुकवाए जाने की मांग की।
ज्ञापन के माध्यम से इंदरगढ़ सरपंच सुघरसिंह रावत व जिला पंचायत सदस्य कालूराम कुशवाह ने बताया कि करैरा जलसंसाधन उपसंभाग के एसडीओ सोनेराम वर्मा द्वारा 4 करोड़ रुपए के फर्जी स्टीमेट बनाकर वर्क ऑर्डर पर ढिंगवास, सरखड़पुर, शेरगढ़ और गोपालिया, भमपुर छोटे तालाबों पर मिट्टी एवं पक्का कार्य कराया जा रहा है जबकि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। तालाबों में निर्माण कार्य जब होता है तब ही उसकी मोरी का साईज फिक्स हो जाता है फिर उन्हें तोड़कर दोबारा फर्जी निर्माण कराया जा रहा है। सरपंच व जप सदस्य के साथ आए ग्रामीण ओमप्रकाश, गणेश शर्मा, गंभीरसिंह रावत, रामनाथ ने बताया कि सोनेराम वर्मा 7-8 महीने बाद रिटायर हो जाएंगे इसलिए वह तालाबों का फर्जी तरीके से जीर्णोद्वार करा रहे हैं और इस कार्य के लिए कार्यपालन यंत्री से उन्होंने सांठगांठ कर ली है। अगर यह फर्जी काम बंद नहीं कराया गया तो ग्रामवासी आंदोलन करेंगे।