दाहोद में 108 आपातकालीन सेवा फिर बनी जीवनदायिनी, गर्भवती महिला ने एम्बुलेंस में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया

Aanchalik Khabre
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गर्भवती महिला ने एम्बुलेंस में जुड़वां बच्चों को जन्म दिया

देवगढ़ बरिया तालुका के रूपारेल गाँव में घटी घटना, समय पर पहुँची 108 आपातकालीन ने माँ और दोनों बच्चों की जान बचाई

प्रसव पीड़ा में तड़प रही महिला, 108 आपातकालीन बनी सहारा
दाहोद जिले के देवगढ़ बरिया तालुका के रूपारेल गाँव के पटेल फलिया में रहने वाली 31 वर्षीय गर्भवती महिला को अचानक असहनीय प्रसव पीड़ा शुरू हुई।22 अक्टूबर की रात 8:19 बजे सेवनिया स्थित 108 एम्बुलेंस सेवा को आपातकालीन कॉल प्राप्त हुआ।तुरंत कार्रवाई करते हुए एम्बुलेंस मौके पर पहुँची और महिला को अस्पताल ले जाने के लिए रवाना किया गया।

रास्ते में बढ़ा खतरा, एम्बुलेंस बनी प्रसूति कक्ष
एम्बुलेंस में मौजूद चिकित्सा तकनीशियन राजेश पटेल और पायलट मंगलभाई ने देखा कि प्रसव की स्थिति अत्यंत गंभीर है।महिला का यह चौथा प्रसव था और कम रक्त प्रतिशत व कम वजन के कारण जटिलता बढ़ रही थी।
अस्पताल तक पहुँचने से पहले ही महिला की हालत बिगड़ने लगी।स्थिति को देखते हुए, टीम ने एम्बुलेंस को सड़क किनारे रोककर वहीं सुरक्षित प्रसव कराया।

एम्बुलेंस में हुआ जुड़वां बच्चों का जन्म
डॉक्टर शाह की ऑनलाइन सलाह और 108 टीम की सूझबूझ से महिला ने दो स्वस्थ बेटों को जन्म दिया।चूंकि माँ के पास कोई सोनोग्राफी या रिपोर्ट नहीं थी, इसलिए पहले प्रसव के बाद भी दोबारा जाँच करने पर पता चला कि यह जुड़वां बच्चे हैं।108 टीम ने दोनों शिशुओं और माँ को सुरक्षित रूप से गोधरा जनरल सिविल अस्पताल पहुँचाया।

माँ और बच्चे दोनों स्वस्थ
108 सेवा पर्यवेक्षक महमूद ठाकोर ने बताया कि वर्तमान में माँ और दोनों नवजात शिशु पूरी तरह स्वस्थ और स्थिर हैं।
उन्होंने कहा —“अगर कुछ और देर हो जाती, तो माँ और बच्चे दोनों की जान को खतरा हो सकता था।108 की तत्परता ने एक बार फिर साबित किया है कि यह सेवा वास्तव में जनता की जीवनरेखा है।”

108 टीम की सराहना
स्थानीय लोगों और प्रशासन ने राजेश पटेल और मंगलभाई की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है।इस घटना ने फिर से यह साबित किया कि आपातकालीन स्थिति में 108 सेवा जीवन रक्षक सिद्ध होती है।

जनता के लिए संदेश
108 पर्यवेक्षक ने नागरिकों से अपील की है —
“किसी भी आपात स्थिति, विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं की प्रसव पीड़ा के दौरान,इंतज़ार न करें, तुरंत 108 पर कॉल करें।समय पर कार्रवाई ही जीवन बचा सकती है।”

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