कोरोना महामारी के चलते विज्ञापन आधारित आय बंद होने के कारण अवैतनिक पत्रकारों के लिए भी राहत पैकेज की घोषणा करें सरकार……
कोरोना महामारी के चलते देशभर में लगाए गए लॉकडाउन से आम आदमी के साथ साप्ताहिक एवं दैनिक समाचार पत्रों के अवैतनिक पत्रकार भी इससे अछूते नहीं है। लॉकडाउन के चलते अवैतनिक पत्रकारों के विज्ञापन आधारित आय के स्रोत भी बंद हो चुके हैं। फिर भी यह पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर अपने वाहनों में तेल डलवा कर सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन द्वारा करवाये जा रहे जनहित के कार्यों की खबरें जनता तक पहुंचाकर समाज को जागरूक करने में लगे हैं लेकिन ना ही सरकार और ना जिला प्रशासन द्वारा अवैतनिक पत्रकारों के लिए कोई राहत भरी घोषणा की गई है। आखिर इनके भी तो परिवार है और जिला प्रशासन को अवैतनिक पत्रकारों की समस्याओं से अवगत होकर उनका निराकरण भी करना चाहिए!!!कोरोना महामारी के चलते विज्ञापन आधारित आय बंद होने के कारण अवैतनिक पत्रकारों के लिए भी राहत पैकेज की घोषणा करें सरकार..
पत्रकार इंसान नहीं है ?कोरोना पत्रकारों का रिश्तेदार है,मिडिया हाउस – सरकार शायद यही समझ रही है -आंचलिक ख़बरें
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