नरवर के ऐतिहासिक धार्मिक चौदह महादेव मंदिर का निर्माण-आंचलिक ख़बरें- संतोष शर्मा

News Desk
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महाशिवरात्रि पर विशेष शिव साधना का तंत्रपीठ जहां होते हैं श्री चौदह महादेव के दर्शन
13बीं सदी मैं हुआ था नरवर के ऐतिहासिक धार्मिक चौदह महादेव मंदिर का निर्माण

शिव सत्य है ,शिव शक्ति है, शिव की आराधना सरल है,,,इसी लिए शिव को भोलेनाथ भी कहा गया है,,,क्यो की यह सरलता से प्रसन्न हो जाते है,,,इस खबर में एक ऐसे ही शिव आराधना के केंद्र के बारे में आपको बता रहे है जो काफी प्राचीन है और यहां एक साथ 14 स्वरूपो में शिव विराजमान है
राजा नल की नगरी नरवर में अनेक ऐतिहासिक मंदिर हैं इन्हीं मंदिरों की श्रंखला की कड़ी में जन आस्था का केंद्र श्री 14 महादेव मंदिर नरवर के पूर्व दिशा में सरोवर के किनारे स्थित है ऐतिहासिक मंदिर के प्रारंभ में प्रवेश करते ही दाएं हाथ पर अग्रगण्य देव श्री गणेश जी विराजमान है बाएं हाथ पर मारुति नंदन हनुमान जी विराजमान है हनुमान जी के पिछले भाग में जल कुंड है जिसे चोपड़ा कहा जाता है इस जल कुंड में चारों ओर प्राचीन चिड़िया बनी हुई है जलकुंड की वास्तुकला देखते ही बनती है जलकुंड के समीप ही भैरव बाबा पहरेदार के रूप में विराजमान है मंदिर के प्रांगण में विशाल नंदीश्वर की प्रतिमान दर्शनीय है नंदीश्वर के सामने बारह खम्बी छतरी में दुर्लभ शिवलिंग स्थापित है इस शिवलिंग के चहुं ओर दो-दो फुट की दीवारें कुंडनुमा बनी हुईं हैं इस जलकुंड के विषय में यह मान्यता है यस आषाढ़ सावन महीने में सूखा पड़ता था तो नगरवासी जल पात्र द्वारा स्कूल को पूरा भर देते थे और बारिश होने लगती थी। मंदिर प्रांगण में 14 शिवलिंग अलग-अलग मठों में स्थापित हैं जिसमें मुख्य रूप शिवलिंग है सहसेश्वर महादेव विराजमान है इन की मुख्य विशेषता यह है कि इस विशाल शिवलिंग में एक हजार शिवलिंग भी बनाए गए है,,, इस शिवलिंग पर एक लोटा जल चढ़ाने पर एक साथ एक हजार शिवलिंगों पर जल चढ़ता है,,,इसी के साथ यहां मणीश्वर, नागेश्वर,अखिलेस्वर, भूतेस्वर,पंचमुखेश्वर,नलेश्वर,सीधेश्वर सहित 13 शिवमंदिर एक ही मंदिर के अंदर है,,,यह मंदिर की स्थापना तेरहवीं शताब्दी मैं राजा गणपति देव ने अपने विश्वस्त मंत्री पालय देव ने कराई। कक्षप राजाओ के समय का तंत्रपीठ बताया जाता है,,,बताया यह भी जाता है कि राजा अपने राज्य की रक्षा के लिए इस तरह की तंत्रपीठ की स्थापना कराते थे उन्ही में से एक यह है जहां एक साथ 14 महादेव के दर्शन होते है.

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