बैठक कर अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश
चित्रकूट ब्यूरो ।जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बाढ़ की तैयारी के संबंध में आयोजित की गई। जिसमें डीएम ने सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को बाढ़ से बचाव के लिए व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग, जल संस्थान आदि विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जनपद में प्रमुख नदियां पयस्वनी और यमुना है एवं चार जलाशय हैं। उन्होंने कहा कि सभी उप जिलाधिकारी गांव की स्थिति देख ले। अपर जिला अधिकारी कुंवर बहादुर सिंह को निर्देशित किया कि एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर कार्य करें जिससे सूचना मिल जाए। पिछले अनुभव को देखते हुए प्रतिदिन एक रिपोर्ट तैयार करें, जिससे तैयारी बचाव में सहूलियत मिल जाएगा। कहा कि जहां बाढ़ की संभावनाएं ज्यादा है, वहां पर राशन, पानी आने-जाने की व्यवस्था, बाढ़ शिविर की व्यवस्था होनी चाहिए, गांव के रास्ते भी ठीक होने चाहिए जिससे आने-जाने में परेशानी न हो। गांवों में आश्रय भवन, जनरेटर, सोलर लाइट आदि की व्यवस्था पहले से ही सुनिश्चित करें। नगर क्षेत्रों में पानी को निकालने के लिए व्यवस्था होनी चाहिए। खाद्य पैकेट की तैयारी भी पूरी होनी चाहिए। जलभराव की स्थिति में नाव की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नाव का कोई बकाया, तो उसका भुगतान करा दिया जाए। नाव मालिकों की एक लिस्ट होनी चाहिए जिससे आवश्यकता होने पर 100-200 नाव की व्यवस्था हो जाए। उन्होंने कहा कि प्रयागराज से एनडीआरएफ से भी कनेक्ट में रहिए कभी आवश्यकता होगी तो मिल जाएगा। उन्होंने उप जिलाधिकारियों को उन्होंने निर्देशित किया कि जो रास्ते डूबते हैं, वहां पर नाव लगती है तो नाविकों के लिए टेन्ट, खाने-पीने की व्यवस्था होनी चाहिए। उन स्थान पर प्रकाश की भी व्यवस्था होनी चाहिए। बाढ़ नियंत्रण कक्ष, गोताखोर को भी चिन्हित कर लिया जाए। इस मौके पर सम्बंधित अधिकारी व कर्मचारीगण मौजूद रहे।