https://youtu.be/1whszDk8sYA
सेमरिया विधायक केपी त्रिपाठी के खिलाफ दुर्भावना से ग्रसित कुछ स्वघोषित पत्रकार ने पिछले दिन 5 सेकंड का वीडियो काटकर जिसमें एक शब्द विशेष को केंद्रित कर विधायक को बदनाम करने की नाकाम कोशिश की थी।
बताया गया है कि उक्त वीडियो अक्तूबर महीने की 14 तारीख दिन रामनवमी का है और हरदुआ काली मंदिर परिसर में कुशवाहा समाज द्वारा विराजमान मां दुर्गा के दरबार में मत्था टेकने विधायक केपी त्रिपाठी भी पहुंचे थे जहां पर उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए केपी त्रिपाठी ने सेमरिया के इतिहास व आदर्शों का वर्णन करते हुए माता रानी से आशिर्वाद मांग रहे थे।
अपने संबोधन में केपी त्रिपाठी ने कहा कि बसामन मामा कैसे थे, हम कैसे बनना चाहते हैं?
हे मां हमारे सेमरिया के रहवासियों को आशिर्वाद देना कि बसामन मामा के आदर्शों पर हम सेमरिया के लोग चल सकें हर हालत पर उनके आदर्शों की रक्षा कर सकें
उनका आदर्श क्या था
एक पीपल का पेड़ कट जाने से इतने भाव विह्वल हो गए कि पीपल का पेड़ काटने वाले समुदाय विशेष का समूल नाश कर देने की प्रतिज्ञा के साथ उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दे दी तत्पश्चात् ब्रह्म होकर उस वंश के एक एक व्यक्ति को मौत के घाट उतारते हुए वंश का समूल नाश करने ही वाले थे कि सामने से आ रहे मां और बेटे में से मां ने खतरा भांपते हुए बेटे को जोर से मामा कहकर पुकारने को कहा और खुद को मामा कहे जाने पर बसामन मामा ने उन मां बेटे को जीवन दान देते हुए अपनी प्रतिज्ञा तोड़ दी
तो इस प्रकार से हम सेमरिया के लोग मुंहबोले रिश्ते को भी पूरी तन्मयता से मानते हुए उसकी रक्षा के लिए अपनी प्रतिज्ञा तोड़ने में तनिक भी नहीं सकुचाते
तो इसलिए सेमरिया को समझने के लिए बसामन मामा और उनके प्रकृति प्रेम और रिश्तों की कद्र को समझिए
इसीलिए हरे भरे जंगल हैं
हम प्रकृति प्रेमी हैं, पीपल का पेड़ हमारे हिंदू धर्म में उच्चतम मना गया है तो हम उसकी रक्षा के लिए भी प्राणों की आहुति देने के लिए तैयार हैं और हम मुंहबोले रिश्तों की भी कद्र करने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं।
वीडियो में केपी त्रिपाठी ने कहा कि हम सबके दूसरे आदर्श रहे स्वर्गीय यमुना प्रसाद शास्त्री जी जिन्होंने दोनों आंखों को खोने के बावजूद इस क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में अपनी तरफ से कोई कसर बाकी नहीं रखी।
शास्त्री जी जन्म से अंधे नहीं थे उनकी आंखे गोवा मुक्ति आंदोलन के दौरान पुर्तगालियों की प्रताड़ना का शिकार हुईं
हम सेमरिया के लोग देश की आन, बान और शान की रक्षा के लिए हम अपने प्राणों की आहुति भी देने से पीछे नहीं हटते
हम सेमरिया के लोग विकास को हमेशा प्राथमिकता रखते हैं जिसका श्रेष्ठतम उदाहरण बाणसागर परियोजना है
इस परियोजना की आधारशिला हम सबके आदर्श नेता यमुना प्रसाद शास्त्री जी ने रखी थी
आज बाणसागर परियोजना को पानी से न सिर्फ सेमरिया बल्कि विंध्य के प्रत्येक गांव का एक एक व्यक्ति लाभान्वित हो रहा है और ये सपना हमारे आदर्श यमुना प्रसाद शास्त्री जी ने देखा था।
और अंत में सेमरिया के इसी गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए केपी त्रिपाठी ने कहा कि हे माता क्षेत्र की जनता को इतना आशिर्वाद देना कि यदि सेमरिया के लोगों को कोई बिकाऊ कहे, सेमरिया के स्वाभिमान से खेलने का काम करे, हमारे सेमरिया को कोई नीचा दिखाने की कोशिश करे यदि सेमरिया के माथे पर कोई कलंक लगाने का काम करेगा, और सेमरिया के लोगों के स्वाभिमान के साथ खेलने का कोई काम करेगा तो सेमरिया की धरती के एक और आदर्श हैं आल्हा व ऊदल। जिस प्रकार से आल्हा ऊदल ने अपने पिता के हत्यारों को घर में घुसकर मारा था उसी प्रकार यदि सेमरिया को बिकाऊ कहोगे तो हम सेमरिया के लोग छोड़ने वाले नहीं हैं सेमरिया आओगे तो ठीक यदि नहीं भी आए तो दुनिया के किसी भी कोने रहोगे तो सेमरिया के लोग छोड़ने वाले नहीं हैं घर में घुसकर मारेंगे जो सेमरिया के स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ करेगा।
विधायक केपी त्रिपाठी द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्र के आदर्श व्यक्तित्वों के इतने सुंदर चरित्र चित्रण, उनके जीवन से सीख लेते हुए आने वाली पीढ़ी को उत्तम व्यवहार अपनाने तथा मातृभूमि जन्मभूमि को बदनाम कर क्षेत्र के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने वाले को सजा देने की बात कही गई थी।
फिर इस प्रकार की ओछी हरकत करने वाले स्वघोषित पत्रकार ने आखिर किसके इशारे पर ये सब किया ये बात किसी से छिपी नहीं है।