राजनांदगांव। जिला भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला अध्यक्ष व पार्षद दल के प्रवक्ता शिव वर्मा ने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने अपने लोकलुभावन घोषणा पत्र में यह बात महत्वपूर्ण रूप से शामिल किया था, कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो राज्य में पूर्ण रूप से शराब बंदी लागू की जाएगी। लेकिन सरकार ने अब तक जनता से किया वह वादा नहीं निभाया और छत्तीसगढ़ की भोली भाली जनता के साथ बहुत बड़ा छल कपट किया है, वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के द्वारा दिया गया बयान और भी दुर्भाग्यपूर्ण है, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शराबबंदी को लेकर यह बयान दिया कि छत्तीसगढ़ का 60 फिसदी क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य है, जहां आदिवासी समाज की संस्कृति में शराब रची बसी हुई है, यह कहकर भी आदिवासी समाज का अपमान किया है, शराबबंदी का मसला सरकार का है, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का यह बयान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का 60 प्रतिशत क्षेत्र अनुसूचित जनजाति का है, जहां मरने से लेकर सभी नेग दस्तूर में महुआ शराब का तर्पण किया जाता है, इसलिए आदिवासी क्षेत्रों में शराबबंदी लागू नहीं किया जा सकता। उन्होंने यहां तक कहा कि शराब तो वेद और पुराणों में चली आ रहे है। इस पर पलटवार करते हुए श्री वर्मा ने आगे कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का इस तरह का बयान देना बहुत ही दुर्भाग्य जनक है, और छत्तीसगढ़ की जनता के साथ छल कपट कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस के घोषणा पत्र में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा शराबबंदी को लेकर था, लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही यह मुद्दा टाय टाय फिस हो गया है।