डीघल गांव में हजारों लोगों की हुई पंचायत।
ग्रामीणों में दिखा पुलिस के प्रति भारी रोष।
ग्रामीणों के मुताबिक निर्दोष लोगों को टारगेट कर के झूठे केस में फंसा रही है पुलिस।
साथ ही पीड़ित के मुताबिक कर रही है अवैध वसूली।
पीड़ित युवक ने लगाया पुलिस पर 1 लाख 71 हजार छीनने का और थर्ड डिग्री टॉर्चर देने का आरोप।
ग्रामीणों के मुताबिक उन्होंने पंचायत से पहले झज्जर एएसीपी विक्रांत भूषण को भी फोन करके पंचायत के बारे में अवगत कराया था लेकिन वह पंचायत में नहीं पहुंचे।
पंचायत में ग्रामीणों ने बताया कि सुमित और अमित जैन दो बच्चों को टारगेट किया गया है उनके खिलाफ पीड़ित पक्ष ने ना तो भाई ने में फायर दी थी और ना ही पंचायत में वह इन लोगों का घटना में हाथ बता रहे हैं जबकि पुलिस ने अमित को जबरन उठाकर थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया और 1 लाख 71 हजार भी छीन लिए। और सुमित पर संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया। जबकि पीड़ित पक्ष ने पुलिस में मामला दर्ज करवाते हुए सुमित को आरोपी नहीं बनाया था।
पंचायत का दौर देर रात तक चलता रहा बाद में पुलिस के अधिकारी पंचायत में पहुंचे और उनके सामने भी ग्रामीणों ने कहा कि पूरा गांव पंचायत में मौजूद है और पीड़ित पक्ष भी मौजूद है जिनमें से किसी ने भी सुमित पर दोषी होने का आरोप नहीं लगाया है तो ऐसे में निर्दोष को पुलिस क्यों केस में फंसा रही है।
गौरतलब है कि डीघल गांव में कुछ दिनों पहले कुलबीर नाम के युवक पर अपने पड़ोस में ही हत्या करने के आरोप लगे थे और मुख्य आरोपी कुलबीर को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। पीड़ित पक्ष ने भी पुलिस एफ आई आर में कुलबीर को ही दोषी ठहराया था। सुमित को पीड़ित परिवार ने विशेष बाजार में भी दोषी नहीं ठहराया था और कल की पंचायत में भी पीड़ित परिवार ने सुमित को दोषी नहीं ठहराया जबकि पुलिस ने सुमित पर भी उक्त मामले में पुलिस केस दर्ज किया हुआ है जिसको लेकर पूरे गांव की पंचायत हुई थी और पीड़ित परिवार भी पंचायत में आया हुआ था।