बाल्यकाल से ही सेना में जाने का था सपना परिजन
सैंकड़ों की संख्या में आसपास के ग्राम वासियों ने पहुंचकर दी श्रद्धांजलि
विदिशा // जिले की शमशाबाद तहसील के ग्राम करैया, बिछिया निवासी राजेंद्र राजपूत का अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक गाँव करैया में किया गया।
शमशाबाद से आठ किमी दूर ग्राम करैया निवासी गजराज सिंह राजपूत के 6 पुत्र पुत्रियों में राजेन्द्र राजपूत सबसे छोटा थे ।
परिजनों ने बताया कि राजेंद्र का बाल्यकाल से ही सेना में जाने का सपना था दस वर्ष पूर्व उन्होंने अपना सपना साकार किया जब उन्होंने सैनिक की वर्दी पहनकर देश के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने की कसम खाई । दो वर्ष पूर्व लेह लद्दाख में ड्यूटी के दौरान बर्फ की चट्टान में दबने से सिर में चोट आ गई थी जांच के दौरान सिर की नस दबने से ब्रेन ट्यूमर होने की जानकारी प्राप्त हुई है। जिससे विभाग ने राजेन्द्र की पोस्टिंग जयपुर कर दी थी ।राजेन्द्र का विगत दो वर्ष से सिर का इलाज पूना के मिलेट्री हॉस्पिटल में चल रहा था।
राजेन्द्र जन्माष्टमी पर अपने गांव आये थे जब स्वस्थ थे लेकिन अगस्त माह में वापिस पूना हॉस्पिटल जांच कराने गये वहाँ जांच के दौरान अस्पताल में भर्ती कराया गया था सिर में ब्रेन ट्यूमर होने से इलाज के दौरान पूना में राजेन्द्र राजपूत की मृत्यु हो गई।
पूना में सैनिको द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
ग्रामीणों में ट्रेक्टर ट्राली को फूल मालाओं से सजाकर ताबूत को रखकर महानीम चौराहा ,से करैया तक युवा हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता के जयकारों के साथ साथ चले सैकड़ो की संख्या में आसपास के ग्रामीण ने पहुँच कर श्रद्धांजलि दी।