व्यवस्थाओं में अतिषीघ्र सुधार की मांग की
झाबुआ। अखिल भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने मंगलवार दोपहर कलेक्टोरेट पहूंचकर कलेक्टर के नाम डिप्टी कलेक्टर एलएन गर्ग को ज्ञापन सौंपा। जिसमें जिले में संचालित हो रहंीं निजी एवं सरकारी बसों की अनियमितता एवं अव्यवस्थाओं से अवगत करवाते हुए व्यवस्थाओं मंे जल्द ही सुधार की मांग की।
ज्ञापन एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विनय भाबोर के नेतृत्व में सौंपा गया। वाचन संगठन जिला महासचिव कीलू भूरिया ने किया। जिसमें उल्लेख किया गया कि झाबुआ जिला आदिवासी बाहुल होकर यहां के ग्रामीणजनों के साथ बस आॅपरेटर और चालक-परिचालक किराए के नाम पर काफी ठगी करते है। अधिकांष बसों का समय पर फिटनेस नहीं होता है। बसों में अत्यधिक ओवरलोडिंग की जाती है। जिसक कारण जिले में आए दिन दुर्घटनाएं हो रहीं है और यात्रियों की जाने जा रहीं है। कुछ दिनों पूर्व झाबुआ से रतलाम-जावरा रोड़ पर चलने वाली कोठारी बस पेटलावद के समीप दुर्घटना का षिकार हुई। जिसमें एक यात्री की मृत्यु के साथ कई घायल भी हुए। बस में सवारी अधिक होने के साथ वाहन की रफतार तेज थी। इससे पूर्व झाबुआ बस स्टैंड पर माही बस के ब्रेक फेल होने से ग्राम करड़ावद बड़ी निवासी एक युवक की असमय दर्दनाक मृत्यु हो गई।
वहनों की नियमित चैकींग की जाए
ज्ञापन में आगे बताया कि जिले में आरटीओ विभाग को सभी बसों की नियमित चैकिंग की जाना चाहिए। निजी बसों के साथ एमपी परिवहन एवं गुजरात तथा राजस्थान की सरकारी बसों के भी समय पर नहीं आने एवं ठसाठस सवारियां भरी जाने के मामले सामने आ रहे है। जिस पर भी ध्यान दिया जाना आवष्यक है। हाईवे मार्गों पर चलने वाली लग्झरी, वीडियो कोच आदि बसों मंे भी अधिक सवारियां भरी जा रहीं है। समस्त चालक-परिचालकों का संबंधित थानों एवं चैकियों पर वेरीफिकेशन होना आवष्यक है। वहीं बसों में किराया सूची चस्पा कर उसका पालन करवाया जाना भी नितांत आवष्यक है। बसों के समस्त कागजात आदि की भी नियमित जांच आरटीओ एवं यातायात पुलिस की ओर से की जाना चाहिए। साथ ही बस स्टाॅफ की ड्रेस निर्धारित की जाए। ज्ञापन में उक्त सभी समस्याओं की ओर ध्यान देकर व्यवस्थाओं में सुधार की मांग रखी गई, अन्यथा उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी गई है। ज्ञापन सौंपते समय बड़ी संख्या में संगठन से जुड़े पदाधिकारी-कार्यकर्ता उपस्थित रहे।