वीर बाल दिवस हमें याद दिलाता है कि दस गुरुओं का योगदान अविस्मरणीय है- सांसद गुमानसिंह डामोर
झाबुआ । सांसद गुमानसिंह डामोर ने वीर बाल दिवस के शुभ दिन पांच गा्रम पंचायतोें में सांसद निधि से पांच टेंकरों का वितरण समारोह पूर्वक भाजपा मंडल कुंदनपुर तथा रानापुर नगर परिषद में 2 टेंकरो का वितरणं किया । वीर बाल दिवस के अवसर पर सांसद गुमानसिंह डामोर ने वीर साहिबजादों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वीर बाल दिवस हमें याद दिलाता है कि दस गुरुओं का योगदान क्या है, देश के स्वाभिमान के लिए सिख परंपरा का बलिदान क्या है। वीर बाल दिवस हमें बताएगा कि- भारत क्या है, भारत की पहचान क्या है। इतिहास से लेकर किंवदंतियों तक, हर क्रूर चेहरे के सामने महानायकों और महानायिकाओं के भी एक से एक महान चरित्र रहे हैं। लेकिन ये भी सच है कि, चमकौर और सरहिंद के युद्ध में जो कुछ हुआ, वो ‘भूतो न भविष्यति था। उन्होंने कहा, एक ओर धार्मिक कट्टरता में अंधी इतनी बड़ी मुगल सल्तनत, दूसरी ओर, ज्ञान और तपस्या में तपे हुए हमारे गुरु, भारत के प्राचीन मानवीय मूल्यों को जीने वाली परंपरा! एक ओर आतंक की पराकाष्ठा, तो दूसरी ओर आध्यात्म का शीर्ष! एक ओर मजहबी उन्माद, तो दूसरी ओर सबमें ईश्वर देखने वाली उदारता! इस सबके बीच, एक ओर लाखों की फौज, और दूसरी ओर अकेले होकर भी निडर खड़े गुरु के वीर साहिबजादे! ये वीर साहिबजादे किसी धमकी से डरे नहीं, किसी के सामने झुके नहीं। औरंगजेब के आतंक के खिलाफ, भारत को बदलने के उसके मंसूबों के खिलाफ, गुरु गोविंद सिंह जी पहाड़ की तरह खड़े थे। लेकिन, जोरावर सिंह साहब और फतेह सिंह साहब जैसे कम उम्र के बालकों से औरंगजेब और उसकी सल्तनत की क्या दुश्मनी हो सकती थी? दो निर्दाेष बालकों को दीवार में जिंदा चुनवाने जैसी दरिंदगी क्यों की गई? वो इसलिए, क्योंकि औरंगजेब और उसके लोग गुरु गोविंद सिंह के बच्चों का धर्म तलवार के दम पर बदलना चाहते थे। लेकिन, भारत के वो बेटे, वो वीर बालक, मौत से भी नहीं घबराए। वो दीवार में जिंदा चुन गए, लेकिन उन्होंने उन आततायी मंसूबों को हमेशा के लिए दफन कर दिया। साहिबजादों ने इतना बड़ा बलिदान और त्याग किया, अपना जीवन न्यौछावर कर दिया, लेकिन इतनी बड़ी शौर्यगाथा को भुला दिया गया। लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नया भारत दशकों पहले हुई एक पुरानी भूल को सुधार रहा है।
टेंकर वितरण करते हुए सांसद गुमानसिंह डामोर ने कहा कि ग्रामीण अंचलों में पेयजल समस्या तथा सामाजिक एवं परम्परागत कार्यो के लिये जनजातीय लोगों को इन टेंकरों का लाभ मिलेगा तथा ग्राम की पेय जल की समस्या को हल करने में भी ये टेंकर काफी मददगार साबित होगें । उन्होने प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं एवं हितगा्रहीमूलक कार्यक्रमों के साथ ही गरीब वर्गो, छात्रों, युवाओं, गृहिणीयों के लिये लागू की गई योजनाओं की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि अंचल का समग्र विकास हो इसके लिये वे कृत संकल्पि रहेगें ।
डामोर ने ग्राम पंचायत काकरादरा बड़ा कुन्दनपुर , ग्राम पंचायत सुरड़िया , ग्राम पंचायत गवसर , ग्राम पंचायत दोतड़ , ग्राम पंचायत माण्डलीनाथू में टेंकर वितरण किया इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र उपाध्याय , भाजपा मंडल कुन्दनपुर ,मंडल अध्यक्ष भारतसिंह मेड़ा, पुर्व महा मंत्री थावर सिंह भुरिया , मंडल मंडल महामंत्री मानसिंह गोहिल, मंडल उपाध्यक्ष राकेश हटिला, सरपंच नरू मचार सरपंच देवा मेड़ा, सरपंच राजेश मचार, उप सरपंच सायबा मेड़ा, जनपद सदस्य भानु मचार, सेक्टर प्रभारी सुभाषचंद्र जैन, पुर्व महा मंत्री जितेंद्र पंचाल, मंडल मंत्री कैशवसिह ठाकुर, भाजपा कार्यकर्ता कान्तिलाल परमार, छगन मेड़ा सहित बडी संख्या में भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यर्तागण उपस्थित थे । सांसद निधि से टेंकर वितरित टेंकर प्राप्त होने पर क्षेत्रीय गा्रमीणों ने हर्ष व्यक्त करते हुए सांसद डामोर का धन्यवाद ज्ञापित किया ।