महामहिम राष्ट्रपति एवं भारत सरकार से श्री सम्मेद शिखरजी तीर्थ को पर्यटन स्थल घोषित नहीं करने की मांग
झबुआ। संपूर्ण भारत में तीर्थराज श्री सम्मेद शिखरजी बचाओ महाभियान के तहत सकल दिगंबर जैन समाज झाबुआ द्वारा भी 14 दिसंबर, बुधवार दोपहर रैली निकाली गई। बाद कलेक्टोरेट पहुंचकर देश की महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री, झारखंड के मुख्यमंत्री, मप्र के मुख्यमंत्री एवं जिला कलेक्टर के नाम अपर कलेक्टर एसएस मुजाल्दा को ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
जानकारी देते हुए समाज के मीडिया प्रभारी आशीष डोशी ने बताया कि दिगंबर जैन मंदिर से समाजजनों ने कलेक्टर कार्यालय तक मौन रैली निकाली। जिसमें आगे महिला मंडल से जुड़ी मातृ शक्तियों ने सहभागिता की। इसके पीछे समाज का पुरूष वर्ग शामिल हुआ। यह रैली नेहरू मार्ग, डीआरपी लाईन तिराहे होते हुए कलेक्टोरेट पहुंचने पर यहां समाज के वरिष्ठजनों ने अपर कलेक्टर मुजाल्दा को ज्ञापन सौंपा। जिसमें मुख्य रूप से कहा गया कि झारखंड राज्य में स्थित जैन तीर्थ श्री सम्मेद शिखरजी, भारत सरकार द्वारा एवं वहां की सरकार द्वारा पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने घोषणा की गई है, जबकि यह महातीर्थ अनंतकाल से जैनियो की तीर्थ स्थली रहीं है। सम्मेद शिखरजी पर जैनियों के बीस तीर्थंकर तथा करोड़ों मुनि जप-तप करते हुए मोक्ष सिधारे, इसलिए यह तीर्थ समग्र जैन समाज की आस्था एवं श्रद्धा का केंद्र है, इसे तीर्थ स्थल की जगह पर्यटन स्थल कहना, सम्रम जैन समाज की भावना को ठेस पहुंचाने जैसा है।
जैन तीर्थ स्थल की रहने दिया जाए
ज्ञापन में कहा गया कि इस हेतु पूरा भारत वर्ष का जैन समाज केंद्र सरकार एवं झारखंड राज्य सरकार से मांग करता है कि इस पावन तीर्थ भूमि को जैन तीर्थ स्थली ही रहने दिया जाए। ज्ञातव्य रहे कि उक्त मांग को पूरे देश भर में जैन धर्मावलंबियों द्वारा जोर-शोर से उठाया जा रहा है। देश में जगह-जगह समग्र जैन समाज द्वारा रैली, मौन प्रदर्शन और ज्ञापनों के माध्यम से भारत सरकार तक अपनी बात पहुंचाई जा रहीं है।