झाबुआ, अंतिम दिन सत्र का प्रारंभ दीप प्रज्वलन अशोक कड़ेल ,देशराज शर्मा ,अथर्व शर्मा द्वारा किया गया। तत्पश्चात सरस्वती वंदना हुई पंचाग का वाचन रचयिता पचाया द्वारा किया गया ।
इसी कड़ी में अनुभव कथन हुए और आगे की रूपरेखा पर चर्चा अशोक कड़ेल द्वारा की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जगराम शर्मा ने की। कार्यक्रम का संचालन शालू जैन ने किया।
समापन सत्र में जगराम अशोक कड़ेल , अतुल कोठरी , ओमप्रकाश शर्मा उपस्थित रहे।
संचालक ओम शर्मा द्वारा शारदा समूह की विकास यात्रा के बारे में बताया गया और सफलता का मूल आधार कड़ी मेहनत को बताया साथ ही कार्यशाला के संपूर्ण आयोजन में विधार्थियो सहभागिता पर चर्चा की। अतुल कोठरी ने कार्यक्रम का समापन किया उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया की समस्या नहीं समाधान पर चर्चा हो।
पूरे प्रदेश में शाला स्तर जो शिक्षाविद प्रयोग कर रहे उन्हे एक मंच पर लाकर चर्चा करने की बात कही अन्त में सभी से अनुरोध स्वरूप कहा कि तीन दिवसीय कार्यशाला के प्रयोगों को सभी शिक्षाविद अपने अपने शैक्षणिक संस्थानों में करने का प्रयास करे।
समापन कार्यक्रम का संचालन मकरंद आचार्य ने किया । एवम् आभार व्यक्त डॉक्टर कंचन चौहान ने किया।

