ग्रामीणों की शिकायत के बाद जिला सीईओ ने उमरियापान पंचायत सचिव को हटाया
मध्य प्रदेश जिला कटनी
हटने के 20 दिनों बाद भी नहीं पहुँचे स्थानांतरण वाली पंचायत, वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश की कर रहे अवहेलना,अब नेताओं की शरणों में पहुँच रहे पंचायत सचिव
उमरियापान:- जनता के हित में कार्य नहीं करना उमरियापान पंचायत सचिव को भारी पड़ गया है। जिला पंचायत सीईओ जगदीशचंद्र गोमे ने उमरियापान में पदस्थ पंचायत सचिव अनिल दीक्षित को हटाकर पिपरिया सहलावन के लिए भेज दिया है।
जिला पंचायत सीईओ जगदीशचंद्र गोमे ने जारी आदेश पर बताया कि बीते 26 दिसम्बर को जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा उमरियापान वैक्सीनेशन महाभियान के दौरान पहुँचे थे। इस दौरान गांव में व्याप्त गंदगी फैलने और नल जल योजना का कार्य न होने, जनता का काम न करने,निर्माण कार्यों में मनमानी और अनिनियमित्ता बरतने को लेकर ग्रामीणों ने शिकायत कर पंचायत सचिव अनिल दीक्षित को हटाने की मांग किया था। जिसके बाद प्रभारी मंत्री ने तत्काल ही पंचायत सचिव को हटाने के निर्देश अधिकारियों को दिया। जिला सीईओ द्वारा जारी कारण बताओ नोटिस में भी पंचायत सचिव अनिल दीक्षित द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन योजना में प्रगति न मिलने, गांव में व्याप्त गंदगी बिखरी होने के बाद भी उचित सफाई नहीं होने पर और जनता के काम नहीं करने जिला पंचायत सीईओ ने उमरियापान में पदस्थ पंचायत सचिव अनिल दीक्षित को वहाँ से हटाकर ग्राम पंचायत पिपरिया सहलावन भेजा है।इसके पहले भी ग्रामीणों की शिकायत के बाद भाजपा मंडल अध्यक्ष गोविंद सिंह, सांसद हिमान्द्री सिंह ने भी जिले के अधिकारियों को पत्र लिखकर उमरियापान पंचायत सचिव को हटाने कहा था। आपको बता दें कि पंचायत सचिव अनिल दीक्षित इसके पहले हरदी, कटरिया, परसेल सहित अन्य पंचायतों में पदस्थ रहते हुए भी विवादित रहे।इनके द्वारा निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार भी किया गया है। जिसकी भी शिकायत ग्रामीणों ने अनेकों बार अधिकारियों से किया है।
20 दिनों बाद भी नहीं छोड़ी पंचायत:- जिला पंचायत सीईओ ने 12 जनवरी को उमरियापान पंचायत सचिव अनिल दीक्षित को वहाँ से हटाकर पिपरिया सहलावन के लिए आदेश जारी किया। जिला सीईओ के आदेश के करीब 20 दिनों बाद भी पंचायत सचिव अनिल दीक्षित को पंचायत की कुर्सी का मोह बना हुआ है। उनसे उमरियापान की ग्राम पंचायत नहीं छोड़ी जा रही है। उन्होंने न तो पिपरिया सहलावन पहुँचे न ही वहां पदभार ग्रहण किया।बताया जा रहा है कि उमरियापान से पंचायत सचिव का तबादला होने के बाद अनिल दीक्षित कुछ सत्ताधारी नेताओं की शरणों में पहुँच रहे हैं। वहीं ढीमरखेड़ा जनपद सीईओ ने भी अभी तक उन्हें उमरियापान से रिलीव नहीं किया।