सरकारी संस्थानों पर डिलीवरी नहीं करवाने के चलते उठाया कदम
झुंझुनू। जिले के सरकारी अस्पतालों में बढ़ते स्टाफ और संसाधनों के बावजूद घटते संस्थागत प्रसव को लेकर जिला कलेक्टर रवि जैन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए आठ डॉक्टरों के खिलाफ आरोप पत्र तय किये हैं। सीएमएचओ डॉ छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि विगत जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में की गई समीक्षा में यह बात सामने आई कि खेतड़ी, चिड़ावा, बुहाना और मुकन्दगढ़ में स्टाफ और संसाधनों के बावजूद भी डिलीवरी की संख्या निरन्तर कम हो रही हैं।जिसमें संस्थान प्रभारियों की लापरवाही सामने आ रही हैं। इसके चलते जिला कलेक्टर जैन ने सीएचसी खेतड़ी के प्रभारी डॉ संजय सैनी, स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ अनुराधा निर्वाण, सीएचसी चिड़ावा प्रभारी डॉ जितेंद्र यादव स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ टीना ढाका व शिवा चाहर, सीएचसी बुहाना के डॉ राधेश्याम शर्मा और डॉ महेंद्र सिंह नेहरा मुकन्दगढ़ सीएचसी प्रभारी डॉ शिवदयाल सिंह के खिलाफ 17 सीसी की अनुशासनात्मक कार्यवाही गई है। साथ ही एक माह का अल्टीमेटम दिया गया कि डिलीवरी की संख्या में बढ़ोतरी नहीं की गई तो कठोर कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा। सीएमएचओ डॉ गुर्जर ने बताया कि संस्थागत प्रसव को लेकर सरकार और विभाग गम्भीर है सभी अस्पतालों में इसके लिए संसाधनों की उपलब्धता कराई गई है स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया है प्रोत्साहन के रूप में ग्रामीण क्षेत्र में 1400 व शहरी क्षेत्र में 1000 रुपये की राशि भी सरकार देती हैं साथ ही बेटी जन्म पर 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि राजश्री योजना में देती हैं। इसके बाद भी गर्भवती महिला डिलीवरी निजी अस्पतालों में जाती हैं तो चिकित्सा संस्थानों की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने बताया कि अब हर अस्पताल के बाहर एक नोटिस बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए गये है जिसमें डिलीवरी की सुविधा होने और प्रोत्साहन राशि का विवरण दिया गया साथ ही डिलीवरी के लिए मना करने पर सीएमएचओ कंट्रोल रूम के नम्बर शिकायत के लिये दिए गए हैं। किसी भी गर्भवती महिला को डिलीवरी के लिए मना करने पर 01592232415 पर शिकायत की जा सकती है।