7 करोड़ की रकम खर्च फिर लबालब नहीं हो पा रहा गुलौआ-आंचलिक ख़बरें-मनीष गर्ग

Aanchalik Khabre
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कुछ साल पहले गुलीआताल में 150 से ज्यादा अतिक्रमण अलग किए गए। पहले से ही बने बनाए तलाब को सँवारने के नाम पर 7 करोड़ रुपए खर्च किए गए। लेकिन इस डेवलपमेंट में कई तरह की खामियाँ रहीं, जो अब सामने आ रही हैं। तालाब में बारिश का पानी पूरे साल भरा रहे, इसका इंतजाम ही नहीं किया गया।
गहरीकरण, पाथ-वे निर्माण और कई तरह के विकास कार्य के समय जो तालाब का ओवर फ्लो होल है, उसको कुछ ऊंचा करने की बजाय एकदम नीचे कर दिया गया। इसका नतीजा यह है कि बारिश का पानी तालाब में तो होता है लेकिन बाहर निकल जाता है। तालाब में सैर सपाटे के लिए आने वाले लोग इस तरह के विकास पर सवाल उठाते हैं। लोग कहते हैं कि तालाब के डेवलपमेंट का जिन्होंने प्लान बनाया उन्होंने साल भर जल भरा रहे, इसका इंतजाम ही नहीं किया है। मानसून सीजन के पहले अब कम से कम इस ओवर फ्लो वाले होल की ऊँचाई को बढ़ा देना चाहिए। यदि यह ऊँचाई कुछ बढ़ जाती है तो बारिश का पानी तालाब में जमा होगा और साल भर कमी नहीं होगी।
लगने के बाद से ही बंद है बड़ा फाउंटेन
तालाब में कुल 4 फाउंटेन लगाये हैं। इसमें म्यूजिकल फाउंटेन जो मुख्य है, इसके चलने से पूरा तालाब अलग रंग में दिखता है पर यह सालों से बंद है। इसमें खराबी नहीं है लेकिन इसको चलाने की बजाय कर्मचारी बंद ही रखे हैं। इसी तरह म्यूजिक सिस्टम हमेशा से बंद है। केवल तीन फाउंटेन चालू किये जाते हैं

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