झाबुआ , शिक्षा गुणवत्ता और परीक्षा परिणाम सुधार अभियान अंतर्गत स्कूलों और छात्रावासों में सघन निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। सहायक आयुक्त गणेश भाबर ,क्षेत्र संयोजक सुश्री अनामिका रामटेके, सहायक संचालक नरेंद्र भिड़े द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के दौरान हाई स्कूल करडावद में अंग्रेजी, गणित, विज्ञान विषय पर विशेष ध्यान देने और विद्यार्थियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत बढ़ाने के सख्त निर्देश दिए गए। कस्तूरबा गांधी छात्रावास का भी अवलोकन किया गया एवं अंग्रेजी माध्यम आश्रम शाला का निरीक्षण कर विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए अंग्रेजी भाषा से ही सारी गतिविधियां क्रियाकलाप संचालित करने के निर्देश दिए गए। सीनियर बालक छात्रावास झाबुआ क्रमांक 1 और 2 के निरीक्षण के समय विकास खंड शिक्षा अधिकारी भारत सिंह चौहान और राती तलाई प्राचार्य रविन्द्र सिसोदिया भी उपस्थित रहे। सहायक आयुक्त गणेश भाबर द्वारा विद्यार्थियों से चर्चा के दौरान हौसला बुलंद करते हुए कैरियर मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया तथा कठिन विषयों की कोचिंग व्यवस्था देने के सख्त निर्देश दिए।
अधीक्षक रुपेश मेड़ा सीनियर बालक छात्रावास क्रमांक 1 की साफ-सफाई और सुसज्जित व्यवस्था देखकर सहायक आयुक्त द्वारा बहुत सराहनीय प्रसन्नता व्यक्त की गई हैं। आकस्मिक निरीक्षण दल द्वारा विद्यार्थियों के साथ भोजन भी ग्रहण किया और भोजन व्यवस्था अच्छी मिलने पर विद्यार्थियों ने भी प्रतिदिन ऐसा ही भोजन व्यवस्था हमारे लिए मिलती है बताया गया । सीनियर बालक छात्रावास क्रमांक 1 के अधीक्षक रूपेश मेडा ने निरीक्षण के दौरान बताया कि मैं खुद एमपी पीएससी की तैयारी कर रहा हूं।मैं वर्तमान में प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा परीक्षा भी दे रहा हूं इसलिए छात्रावास के बच्चों को समुचित मार्गदर्शन के साथ सकारात्मक माहौल व्यवस्था प्रदान कर अध्यापन कार्य भी करवाता हूं। छात्रावास में रह कर शासकीय स्कूल में पढ़कर उपलब्धियों के शिखर पर पहुंचे विद्यार्थियों का उल्लेख करते हुए अधीक्षक ने बताया कि फूल सिंह भायडिया कक्षा 12वीं में 90.4 % अंक प्राप्त कर जिले की मेरिट लिस्ट में द्वितीय स्थान प्राप्त किया एवं अजीत डामोर कक्षा दसवीं में 94.33% अंक प्राप्त कर राज्य स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस उपलब्धि पर छात्र अजीत डामोर को मध्यप्रदेश शासन द्वारा शंकर शाह पुरस्कार प्रशस्ति पत्र के साथ ₹21000 राशि दी जा कर सम्मानित भी किया गया है। इस प्रकार मनोज भाबर भी इस छात्रावास में रहकर उत्कृष्ट विद्यालय में अध्ययन करते हुए प्रत्येक कक्षा में टॉप करते हुए सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। शासकीय सर्विस में भी लग गए। लेकिन उनका उद्देश्य IAS बनने का होने से कठिन परिश्रम और दृढ आत्मविश्वास एवं गुरुजनों का प्रेरक मार्गदर्शन के सहारे संकल्पित होकर वर्तमान में दिल्ली में आईएएस की कोचिंग कर सफलता के शिखर पर पहुंचने के लिए प्रयासरत है।
छात्रावास अधीक्षक रुपेश मेड़ा की अच्छी व्यवस्था और विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के प्रति सकारात्मक पहल से प्रभावित होकर सहायक आयुक्त गणेश भाबर ने कहा कि हम लापरवाह , बेपरवाह और विद्यार्थियों का भविष्य खराब करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे और जो अच्छा काम करेंगे उनको सराहना के साथ सम्मानित भी करेंगे।
सहायक आयुक्त ने शिक्षण संस्थाओं का निरीक्षण कर शिक्षा गुणवत्ता के साथ परीक्षा परिणाम सुधारने के दिए सख्त निर्देश-आंचलिक ख़बरें-राजेंद्र राठौर
Leave a Comment
Leave a Comment