यूपी के बरेली में नबाबगंज थाना पुलिस ने बुधवार देर रात एक ईको वैन में 6 क्विंटल नकली मावा के बने हुए रसगुल्ले पकड़े। दो आरोपी इन रसगुल्लों को लेकर उत्तराखंड में सप्लाई करने जा रहे थे। वहीं पर इन रसगुल्लों को बेचा जाता। मगर पुलिस ने इन्हें वहां पहुंचने से पहले ही पकड़ लिया। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत एफएसडीए की टीम को भी मौके पर बुला लिया और सेंपल एकत्र करा दिए। जिसके बाद अब पुलिस दोनों आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर रही है।
दरअसल, नवाबगंज पुलिस देर रात ईदगाह के पास चैकिंग कर रही थी। उसकी बीच बरेली की तरफ से आ रही एक ईको गाड़ी अंधेरे में छिपकर खड़ी हुई थी। पुलिस की नजर जब उस वैन पर पड़ी तो पास जाकर देखा। तो उसमें दो युवक बैठे हुए थे। पूछने पर पता चला कि उसमें एक युवक का नाम अनिल गुप्ता है वह मूल रूप से उत्तराखंड के खटीमा का रहने वाला है। जबकि दूसरे का नाम अनमोल गुप्ता है। वह शाहजहांपुर के गड़िया रंगीन का रहने वाला है।
दोनों से गाड़ी अंधेरे में लगाने का कारण पूछा तो वह कुछ स्पष्ट जबाव नहीं दे सके। जिसके बाद पुलिस ने ईको में झांककर देखा तो उसमें कई कनस्तरों में रसगुल्ले भरे हुए थे। पुलिस ने सख्ती के साथ पूछा तो उन्होंने बताया कि वह रसगुल्ले नकली है। जिन्हें वह उत्तराखंड के खटीमा लेकर जा रहे है। पुलिस ने सभी रसगुल्लों के साथ वैन भी जब्त कर ली और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने जब दोनों आरोपियों से पूछा कि वह यह रसगुल्ले कहां से लेकर आए तो उन्होंने बताया कि वह यह रसगुल्ले सस्ते दामों पर बरेली के कुतुबखाना से लेकर आए है। वहां की एक दुकान से उनका टाईअप है। वह सस्ते दामों में उन्हें रसगुल्ले उपलब्ध कराता है। जिन्हें वह उत्तराखंड ले जाकर बेचते है। जिसके बाद पुलिस ने एफएसडीए की टीम को यह सूचना दी तो गुरुवार को एफएसडीए की टीम ने कुतुबखाना में उस दुकान पर भी छापेमारी कर सेंपल एकत्र किए है।