जिला कटनी – जल अभिषेक अभियान के अंतर्गत वर्षा जल के संग्रहण और भू-जल संवर्धन के कार्य कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के निर्देशन में जन सहभागिता को प्रोत्साहित कर और जल संरक्षण गतिविधियों के सघन क्रियान्वयन के द्वारा कराए जाएंगे। सीईओ जिला पंचायत जगदीश चंद्र गोमे ने बताया कि जिले में 5 अप्रैल तक सामाजिक जुड़ाव व वातावरण निर्माण के साथ जल अभिषेक अभियान के अंतर्गत गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। श्री गोमे ने बताया कि ग्राम पंचायत स्थल पर जल यात्रा, जनपद स्तर पर जल सम्मेलन और जिला स्तर पर जल संसद का आयोजन किया जाएगा। आयोजन के दौरान जल के संरक्षण की शपथ दिलाई जाएगी।
सीईओ ने बताया कि कलेक्टर श्री मिश्रा के निर्देशानुसार जिले में 75 नवीन तालाब (अमृत सरोवरों) का निर्माण कराया जाएगा। थानीय परिस्थितियों व आवश्यकता के अनुरूप वर्ष 2022-23 में जिले में जलाभिषेक अभियान के कार्यों की रणनीति, कार्यों व अभिसरित की जाने वाली शासकीय योजनाओं का निर्धारण कर प्रस्तुतीकरण किया जाएगा। ग्रामीणों में पानी की कमी और इसके संरक्षण के प्रति एहसास जागृत करने और सोशल मोबिलाइजेशन, एनवायरमेंट बिलिं्डग के लिए कार्य व जन सहभागिता को प्रोत्साहित करने के लिए वातावरण निर्माण, नवीन जल संरक्षण और भू-जल संवर्धन कार्यों की प्लानिंग, क्रियान्वयन, पुष्कर धरोहर समृद्धि अभियान के अंतर्गत पुरानी जल संग्रहण संरचनाओं का चिन्हाकन कर जीर्णोद्धार या नवीनीकरण, भूजल रिचार्ज, नदी पुनर्जीवन, कृषकों द्वारा निजी क्षेत्रों पर जल संग्रहण आदि कार्यों की प्लानिंग और क्रियान्वयन का कार्य भी इस अभियान के दौरान किया जाएगा।
जलाभिषेक अभियान के तहत संपादित अभिनव उल्लेखनीय कार्यों का प्रचार प्रसार किया जाएगा। सर्वोत्तम उदाहरण प्रस्तुत करने वाली ग्राम पंचायतों, व्यक्तियों का सम्मान करते हुए प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे। इस अभियान की वार्षिक कार्य योजना में चयनित कार्यों की सूची ग्राम पंचायत में चस्पा की जाएगी। सीईओ जिला पंचायत द्वारा सीईओ जनपद एवं अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि फील्ड विजिट के दौरान ग्राम पंचायतों के पदाधिकारियों के साथ जल संरक्षण और जल संवर्धन के विषय, ग्राम पंचायत के कार्य क्षेत्र में किए जा रहे जल संरक्षण कार्य व जन सहभागिता पर आवश्यक रूप से चर्चा करें। साथ ही जनपद पंचायत स्तर पर प्रत्येक माह ग्राम पंचायत प्रधानों को आमंत्रित कर जल संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों की प्रगति जन सहभागिता और ग्राम पंचायतों की भूमिका पर आवश्यक रूप से संवाद स्थापित करें।