मातृ एवं शिशु पोषण व अनीमिया में होगा सुधार

News Desk
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मातृ एवं शिशु पोषण व अनीमिया में होगा सुधार

-ब्यूरो बहराइच
बहराइच शहर के एक होटल में आगा खान फ़ाउंडेशन एवं कनाडा फ़ंड फार लोकल इनीसिएटिव (सीएफ़एलआई) के सहयोग से मातृ एवं शिशु पोषण के लिए चलाए जा रहे “बेहतर भविष्य हेतु निवेश” कार्यक्रम के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यशाला में गर्भावस्था के दौरान माँ को पौष्टिक आहार के साथ-साथ अनीमिया की जांच व समय रहते उसके प्रबंधन के लिए आशा कार्यकर्ताओं को दक्ष किया गया इसके अलावा जन्म के समय कम वजन अथवा समय से पहले जन्मे शिशुओं की कंगारू मदर केयर के माध्यम से विशेष देखभाल के तरीके सिखाये गए। साथ ही मौजूद 200 आशाओं को एक विशेष किट दी गयी, जिसका उपयोग अनीमिया और पोषण के स्तर में गुणात्मक सुधार लाने के लिए किया जाएगा
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश कुमार सिंह ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि कंगारू मदर केयर एक ऐसी विधि है जिसमें किसी भी तरह के संसाधन की आवश्यकता नहीं होती साथ ही दूर दराज के गाँव में भी लोग इस विधि का उपयोग आसानी से कर सकते हैं इससे शिशु के वजन में वृद्धि के साथ-साथ तेजी से उनका विकास होता है और वह जल्द स्वस्थ हो जाते हैं उन्होने बताया कंगारू मदर केयर के बारे में अधिकसे अधिक लोगों को जागरूक किया जाय व इस विधि को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाय इस मौके पर उन्होने आगा खान फाउंडेशन द्वारा तैयार की गयी किट आशाओं को देते हुये कहा कि इसका उपयोग माँ व शिशु को स्वस्थ रखने में सहायक सिद्ध होगा।
कंगारू मदर केयर बनी शिशुओं की संजीवनी-
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चित्तौरा के अधीक्षक डॉ कुँवर रितेश ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर आगा खान के सहयोग से चित्तौरा ब्लॉक के 20 आशा क्षेत्र का चुनाव किया गया है बेस लाइन सर्वे के अनुसार चिन्हित क्षेत्र में 382 गर्भवती महिलाएं, 250 धात्री माताएँ व 86 नवजात शिशु पाये गए इनमें 32 शिशु कम वजन व समय से पहले जन्मे थे जिनकी देखभाल कंगारू मदर केयर के माध्यम से किया जा रहा है और अब तक 22 शिशुओं को स्वस्थ किया जा चुका है। उन्होने बताया आशाओं को दी गयी किट में कंगारू मदर केयर सहित अन्य जानकारी से संबन्धित फ्लिप बुक दी गयी है जिसका उपयोग आशा कार्यकर्ता द्वारा लोगों को समझाने में किया जाएगा
किट दिलाएगी कुपोषण चक्र से निजात –
आशाओं को किट में फ्लिप बुक,डायरी ,पेन ,बैग , मास्क,सैनेटाइजर अनिमिया प्रबंधन फोल्डर,कंगारू मदर केयर फोल्डर वितरित की गयी जिसका उपयोग गृह भ्रमण के दौरान आशाओं द्वारा किया जाएगा
शुद्ध जल से कुपोषण को मिलेगी मात-
कार्यक्रम में आगा खान द्वारा गर्भवती महिलाओं को जल शोधन हेतु बाल्टी व फिल्टर की एक किट दी गयी बिना किसी ऊर्जा के चलने वाले इस फिल्टर से एक बार में 14 लीटर जल को शुद्ध किया जा सकता है साथ ही इसका फिल्टर एक साल तक उपयोगी रहता है
इस मौके पर मेडिकल ऑफिसर डॉ0 तबरेज ,आगा खान से फसीह अहमद , ब्लॉक समन्वयक प्रदीप मिश्रा,यूनिसेफ से प्रियदर्शनी सहित आशा व आशा संगिनी मौजूद रहे

बहराइच शहर के एक होटल में आगा खान फ़ाउंडेशन एवं कनाडा फ़ंड फार लोकल इनीसिएटिव (सीएफ़एलआई) के सहयोग से मातृ एवं शिशु पोषण के लिए चलाए जा रहे “बेहतर भविष्य हेतु निवेश” कार्यक्रम के तहत एक कार्यशाला का आयोजन किया गया कार्यशाला में गर्भावस्था के दौरान माँ को पौष्टिक आहार के साथ-साथ अनीमिया की जांच व समय रहते उसके प्रबंधन के लिए आशा कार्यकर्ताओं को दक्ष किया गया इसके अलावा जन्म के समय कम वजन अथवा समय से पहले जन्मे शिशुओं की कंगारू मदर केयर के माध्यम से विशेष देखभाल के तरीके सिखाये गए। साथ ही मौजूद 200 आशाओं को एक विशेष किट दी गयी, जिसका उपयोग अनीमिया और पोषण के स्तर में गुणात्मक सुधार लाने के लिए किया जाएगा
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सतीश कुमार सिंह ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि कंगारू मदर केयर एक ऐसी विधि है जिसमें किसी भी तरह के संसाधन की आवश्यकता नहीं होती साथ ही दूर दराज के गाँव में भी लोग इस विधि का उपयोग आसानी से कर सकते हैं इससे शिशु के वजन में वृद्धि के साथ-साथ तेजी से उनका विकास होता है और वह जल्द स्वस्थ हो जाते हैं उन्होने बताया कंगारू मदर केयर के बारे में अधिकसे अधिक लोगों को जागरूक किया जाय व इस विधि को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाय इस मौके पर उन्होने आगा खान फाउंडेशन द्वारा तैयार की गयी किट आशाओं को देते हुये कहा कि इसका उपयोग माँ व शिशु को स्वस्थ रखने में सहायक सिद्ध होगा।
कंगारू मदर केयर बनी शिशुओं की संजीवनी-
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चित्तौरा के अधीक्षक डॉ कुँवर रितेश ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर आगा खान के सहयोग से चित्तौरा ब्लॉक के 20 आशा क्षेत्र का चुनाव किया गया है बेस लाइन सर्वे के अनुसार चिन्हित क्षेत्र में 382 गर्भवती महिलाएं, 250 धात्री माताएँ व 86 नवजात शिशु पाये गए इनमें 32 शिशु कम वजन व समय से पहले जन्मे थे जिनकी देखभाल कंगारू मदर केयर के माध्यम से किया जा रहा है और अब तक 22 शिशुओं को स्वस्थ किया जा चुका है। उन्होने बताया आशाओं को दी गयी किट में कंगारू मदर केयर सहित अन्य जानकारी से संबन्धित फ्लिप बुक दी गयी है जिसका उपयोग आशा कार्यकर्ता द्वारा लोगों को समझाने में किया जाएगा
किट दिलाएगी कुपोषण चक्र से निजात –
आशाओं को किट में फ्लिप बुक,डायरी ,पेन ,बैग , मास्क,सैनेटाइजर अनिमिया प्रबंधन फोल्डर,कंगारू मदर केयर फोल्डर वितरित की गयी जिसका उपयोग गृह भ्रमण के दौरान आशाओं द्वारा किया जाएगा
शुद्ध जल से कुपोषण को मिलेगी मात-
कार्यक्रम में आगा खान द्वारा गर्भवती महिलाओं को जल शोधन हेतु बाल्टी व फिल्टर की एक किट दी गयी बिना किसी ऊर्जा के चलने वाले इस फिल्टर से एक बार में 14 लीटर जल को शुद्ध किया जा सकता है साथ ही इसका फिल्टर एक साल तक उपयोगी रहता है
इस मौके पर मेडिकल ऑफिसर डॉ0 तबरेज ,आगा खान से फसीह अहमद , ब्लॉक समन्वयक प्रदीप मिश्रा,यूनिसेफ से प्रियदर्शनी सहित आशा व आशा संगिनी मौजूद रहे

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